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Folk Culture of Bastar बस्तर की लोक संस्कृति को सहेजने आदिवासी लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन

Folk Culture of Bastar बस्तर की लोक संस्कृति को सहेजने आदिवासी लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन

Folk Culture of Bastar जिला स्तरीय आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता में किलेपाल को गौर सिंग नर्तकों ने मारी बाजी

Folk Culture of Bastar जगदलपुर ! आसना स्थित बादल अकादमी में शनिवार 24 सितंबर को जिला स्तरीय आदिवासी लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने की सोच का ही प्रतीक है कि इस तरह के आयोजन हो रहे हैं।

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Folk Culture of Bastar बादल अकादमी की स्थापना से आने वाली पीढ़ी को हमारी आदिम लोक-संस्कृति को सहेजने में मदद मिलेगी। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि बस्तर के लोक नृत्य पूरे विश्व में विश्व में प्रसिद्ध है और हम सभी का दायित्व का है कि हम इसे सहेजें।

उन्होंने बस्तर के नर्तक दलों से यह वादा किया कि यहां की लोक संस्कृति को सहेजने के लिए शासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जाएगा।

Folk Culture of Bastar बादल अकादमी से हमारी लोक संस्कृति को सहेजने में मिलेगी सहायता:संसदीय सचिव

Folk Culture of Bastar बस्तर कलेक्टर  चंदन कुमार ने कहा कि बादल अकादमी बस्तर की लोक संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य में अवश्य सफल होगा। उन्होंने कहा कि यहां आयोजित होने वाली प्रतियोगिताएं यहां के लोक कलाकारों को मंच उपलब्ध कराने का एक मंच है।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी बस्तर के लोक कलाकारों को प्रदेश के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त हुए हैं तथा इस वर्ष के यहां के विजेता भी देश विदेश में अपना परचम लहराएंगे।

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उल्लेखनीय है कि आदिवासी नृत्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा 24 सितंबर को जिला एवं 25 सितंबर को संभाग स्तरीय आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

शनिवार को बादल अकादमी में आयोजित जिला स्तरीय आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता में बास्तानार विकासखंड के गौर सिंग नर्तकों ने पहला स्थान और दरभा विकासखंड के नेगानार के लेजा परब नर्तकों ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।

वहीं बस्तर विकासखंड के लेकर लामकेर के गेड़ी नर्तकों ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। निर्णायक के तौर पर सर्वश्री लखेश्वर खुदराम, गंगाराम कश्यप धुर, सामुराम मौर्य,  शिव नारायण पांडे उपस्थित थे।

कार्यक्रम में पूर्व विधायक अन्तुराम नाग, आदिवासी विकास विभाग की प्रभारी अधिकारी सुश्री आस्था राजपुत, बादल की प्रभारी अधिकारी  पूर्णिमा सरोज, सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे।

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