Fake caste certificate in Bastar district : फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति पाने वाले शिक्षक को शासन ने किया बर्खास्त

Fake caste certificate in Bastar district :

Fake caste certificate in Bastar district फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति पाने वाले शिक्षक को शासन ने किया बर्खास्त

 

 

Fake caste certificate in Bastar district जगदलपुर । बस्तर जिले में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय नौकरी पाने की शिकायत काफी दिनों से सुनने को मिल रहा था। इसी तरह के एक प्रकरण के संबंध में शासकीय सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी हुआ है। बड़े मुरमा शासकीय हाई स्कूल में पदस्थ अंग्रेजी विषय के व्याख्याता एलबी, चंद्रकांत प्रसाद जो अनुसूचित जनजाति आरक्षण का लाभ लेते हुए चयनित हुए थे उन्हें गोंड जाति का प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।

      Fake caste certificate in Bastar district   प्राप्त जानकारी के अनुसार अजाक्स के प्रांत अध्यक्ष व्हीपी शोरी ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र की शिकायत उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन जांच समिति कार्यालय आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास रायपुर को 23 जनवरी 2019 को किया था। उच्च स्तरीय जांच समिति द्वारा 16 अगस्त 2022 को पारित आदेश 21 जुलाई 2022 को लोक शिक्षण संचनालय छत्तीसगढ़ को मिला। इस पर कार्यवाही किए जाने के लिए सामाजिक प्रास्थिति के अनुसार संचालक लोक शिक्षण संचनालय रायपुर को प्राधिकृत किया गया।

चंद्रकांत प्रसाद पिता रामसेवक प्रसाद के द्वारा जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण जिला दुर्ग मध्य प्रदेश से 26 नवंबर 1984 को एवं कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा प्रमाणीकृत तथा जगदलपुर जिला बस्तर से  7 फरवरी 2004 को अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाना पाया गया है ।विजिलेंस सेल के द्वारा प्रकरण में प्रस्तुत अन्वेषण  प्रतिवेदन के अनुसारधारक   की जाति गोंड अनुसूचित जनजाति होना प्रमाणित नहीं पाई गई। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति प्राप्त करने वाले शासकीय सेवकों के जाति प्रमाण पत्र उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा निरस्त किए जाने की सूचना मिलने पर संबंधित फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारक की नियुक्ति को निरस्त करने तथा उसकी सेवाएं तत्काल समाप्त करने के निर्देश है तथा इसके लिए विभागीय जांच एवं अन्य जांच की आवश्यकता नहीं है।

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      Fake caste certificate in Bastar district इसके आधार पर नियुक्ति छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी परिपत्र 31 जुलाई 2015 एवं उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति द्वारा पारित आदेश 21जुलाई 2022 के अनुक्रम में प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत का पालन करते हुए चंद्रकांत प्रसाद को 7 अगस्त 2023, 21 अगस्त 2023 एवं 14 सितंबर 2023 को प्रत्यक्ष सुनवाई का अवसर प्रदान करते हुए अपने पक्ष के समर्थन में प्रमाणित दस्तावेज प्रस्तुत करने निर्देशित किया गया था।

चंद्रकांत प्रसाद ने सुनवाई की तिथियों में उपस्थित हुए ,लेकिन उनके द्वारा जाति गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र की पुष्टि एवं समर्थन में साक्ष्य तथा सुसंगत दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। जिसके चलते उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति द्वारा पारित आदेश 21 जुलाई 2022 के विरुद्ध उच्च न्यायालय में प्रकरण विचार अधीन होने की सूचना पत्र 7 अगस्त 2023 प्रस्तुत किया गया है, लेकिन न्यायालय का स्थगन संबंधित दस्तावेज चंद्रकांत प्रसाद के द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया है !

इन सब बिंदुओं पर विचार करने के पश्चात छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी परिपत्र 31 जुलाई 2015 एवं उच्च स्तरीय छानबीन समिति द्वारा पारित आदेश 21 जुलाई 2022 के परिपालन में चंद्रकांत प्रसाद व्याख्याता अंग्रेजी एलबी जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़े मुरमा विकासखंड जगदलपुर जिला बस्तर में पदस्थ है।उनकी जाति गोंड अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के कारण तत्काल प्रभाव से शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

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इसी तरह बस्तर संभाग के अन्य विभागों में भी फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत की गई है। इन सभी मामलों में भी निकट भविष्य में इसी तरह की कार्रवाई होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

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