Election Commission of India होम वोटिंग की सुविधा ने दिलाई बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को मतदान करने की खुशी

Election Commission of India

हिंगोरा सिंह

Election Commission of India “101 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता चंद्रमति बोली – घरे घरे वोट डाले के वेवस्था करे ह, काबर अच्छा नई लागही” घर से मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व में हुई शामिल, 100 वर्षीय बुजुर्ग सुकुल एक्का ने भी किया मतदान

 

 

 

Election Commission of India अंबिकापुर  !  भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा की अभिनव पहल के तहत सोमवार को जिले के तीनों विधानसभा के 85 वर्ष से अधिक की आयु के बुजुर्ग मतदाता तथा दिव्यांग मतदाताओं ने बड़ी ही सरलता और सहजता से घर से ही मतदान कर मजबूत लोकतंत्र के निर्माण में अपना योगदान दिया।

होम वोटिंग कराने हेतु कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारीविलास भोसकर ने हरी झंडी दिखाकर सोमवार की सुबह मतदान दल को रवाना किया। होम वोटिंग की शुरुआत में विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर में 30 वर्षीय दिव्यांग अमर ठाकुर, सीतापुर में 90 वर्षीय बनसो टोप्पो और लुण्ड्रा में 72 वर्षीय दिव्यांग शंकर लाल ने पहला मतदान किया। श्री भोस्कर होम वोटिंग के कार्य का स्वयं भी निरीक्षण करते हुए 87 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता धरमदेव मिश्रा के घर पहुंचे। जहां मतदान दल द्वारा बुजुर्ग मतदाता को मतदान कराया गया।

 

शतायु पार मतदाताओं ने दिखाई सक्रियता, किया मतदान

 

 

Election Commission of India  होम वोटिंग के दौरान सर्वाधिक कोसंगा निवासी 101 वर्षीय बुजुर्ग चंद्रमती ने निर्वाचन आयोग द्वारा दी जा रही होम वोटिंग की सुविधा और मतदान दल की मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा कि घर घर में वोटिंग की व्यवस्था की गई है, जो हमें काफी अच्छी लगी। इसी तरह 100 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता सुकुल एक्का ने भी अपना अमूल्य मतदान किया।
इसी तरह 90 वर्षीय सहदेई देवी गिरी, 89 वर्षीय बृजभान सिंह, 87 वर्षीय गुलाब देवी, 97 वर्षीय बुजुर्ग परवतिया यादव, 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला मतदाता गेदी राउत जैसे कई वयोवृद्ध मतदाताओं ने लोकसभा आम निर्वाचन 2024 में होम वोटिंग के द्वारा मताधिकार का प्रयोग की सुविधा पाकर खुशी खुशी वोट किया।

 

दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग की सुविधा को बताया सबसे बेहतर

Election Commission of India  दिव्यांग पंकज गुप्ता जिनकी उम्र 49 वर्ष है, होम वोटिंग की सुविधा हेतु भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि ये सुविधा ना होने पर उन्हें मतदान करने में काफी दिक्कत होती, शायद वे मतदान केंद्र जाकर मतदान नहीं कर पाते, पर इस सुविधा से मतदान केंद्र उनके घर आया है। उन्होंने सभी मतदाताओं से मतदान अवश्य करने की अपील की। 42 वर्षीय दिव्यांग आलोक एक्का ने भी होम वोटिंग की सुविधा के तहत मतदान किया और निर्वाचन आयोग को इस सुविधा के लिए धन्यवाद दिया।

 

बीमारी के कारण शायद मतदान से रह जाते वंचित, पर होम वोटिंग की सुविधा ने दूर की दुविधा

86 वर्षीय पीएम ओमेन, दर्रीपारा, बीमारी के कारण मतदान केंद्र जाकर वोट देने से शायद वंचित रह जाते, पर निर्वाचन आयोग की होम वोटिंग की सुविधा ने उनकी इस समस्या को दूर किया। सोमवार को मतदान दल उनके घर पहुंचा और उन्होंने अपने सहयोगी को मदद से वोट देकर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया।

 

मतदाता घासीदास मझवार के घर पैदल चलकर पहुंचा मतदान दल

 

 

 

Quenching the thirst of voiceless birds रहिमन पानी रखिए,बिन पानी सब सून..इस कहावत को चरितार्थ करते हुए नन्हे मुन्ने बच्चे अंशिका और लक्ष्य 

पेंडरखी के 88 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता घासीदास मझवार के घर पैदल चलकर मतदान दल पहुंचा। लगभग 1 किमी चलकर मतदान दल ने मतदान कराया। निर्वाचन आयोग द्वारा दी जा रही होम वोटिंग की सुविधा और मतदान दल की मेहनत को बुजुर्ग मतदाता ने सराहा। आने-जाने में करीबन 2 किमी चलकर लोकतंत्र के पर्व में मतदान दल ने अपना कर्तव्य निभाया।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU