Corruption : भ्रष्टाचार में डूबी ग्राम पंचायत कुशहा के नाम पर राशि आहरण होता है पर कार्य नहीं

Corruption :

Corruption कार्यवाही न हो इसलिए लगाते हैं संबंधित अधिकारी पर झूठा आरोप

Corruption सोनहत– विकासखंड सोनहत की ग्राम पंचायत कुशहा इन दिनों काफी सुर्खियों में है मामला ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर राशि आहरण कर कार्य न कराने का है जिसके कारण जनपद सीईओ के द्वारा सरपंच सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब माँगा है !

साथ ही मामले में सरपंच को उक्त नोटिस के माध्यम से कहा गया है कि क्यों न आपको पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 के तहत पद से बर्खास्त कर दिया जाए मामले में अपने ऊपर कार्यवाही की तलवार लटकती देख भ्रष्टाचारी सरपंच सचिव ने नया तरीका इजाद किया और उन्होंने उल्टे जनपद सीईओ की शिकायत दिनाँक 21/06/023को जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से की है जिस में उल्लेख है कि कि जनपद सीईओ के द्वारा मनमाने ढंग से रायपुर की एक एजेंसी से रीपा के तहत मशीनरी क्रय करने हेतु दबाव बनाया जा रहा था और जब हमने उक्त कंपनी का क्रय आदेश निरस्त कर दिया तो इनके द्वारा सचिव का ट्रांसफर दूसरे पंचायत में कर दिया गया और नए सचिव पर भी रीपा के तहत अपने मनमुताबिक मशीनरी क्रय हेतु दबाव डाला जा रहा है।

जबकि इसके उलट कागजों के अनुरूप देखा जाए तो सरपंच सचिव के आरोप पूरी तरह झूठे और बेबुनियाद नजर आ रहे हैं क्योंकि जनपद सीईओ के द्वारा दिनांक 09/05/023 को ही कारण बताओ नोटिस के माध्यम से ग्राम पंचायत को आवंटित राशि के अनुरूप कार्य न कराने के कारण नोटिस प्रदान किया गया था जिसमें उल्लेख है कि आपके द्वारा रीपा तथा अन्य निर्माण कार्यों में राशि आहरण कर घोर लापरवाही बरती जा रही है जिसमें प्रवेश द्वार बनाने के लिए दिनांक 12/01/023 को एडवांस राशि 0.78(लाख ) वर्किंग शेड निर्माण के लिए दिनांक 27/02/023 को एडवांस राशि 4.028(लाख ) सीसी सड़क निर्माण अटल चौक से राममिलन घर तक के लिए एडवांस राशि 2.00(लाख )दिनांक 09/12/2022 तथा रूपा के तहत मशीनरी क्रय करने हेतु एडवांस राशि ₹30.00 दिनांक 14/03/2023 को जारी की गई लेकिन निर्माण कार्य आज तक नहीं हुआ सरकार की महत्वकांक्षी योजना रीपा के तहत भी आपके द्वारा मशीनरी क्रय में घोर लापरवाही बरती गई तथा संबंधित एजेंसी को भुगतान नहीं किया गया ऐसी स्थिति में क्यों ना आपको चैती राज अधिनियम की धारा 40 के तहत पद से बर्खास्त कर दिया जाए और ग्राम पंचायत के वरिष्ठ सचिव का ट्रांसफर अन्यत्र पंचायत में कर दिया गया !

जिस से बौखलाए सरपंच ने उल्टे जनपद सीओ पर ही आरोप लगा डाला कि साहब रीपा के तहत मशीनरी क्रय में अपने मन मुताबिक एजेंसी से तरह करने हेतु दबाव बना रहे हैं रीपा के तहत मशीनरी क्रय हेतु पंचायत को भारी-भरकम राशि मार्च माह में ही प्राप्त हो चुकी थी बावजूद इसके आज भी कार्य अधर में है।

भंडार क्रय अधिनियम का नहीं किया जाता पालन

ग्राम पंचायत में कभी भी निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदी हेतु भंडार क्रय अधिनियम का पालन नहीं किया जाता है और बिना निविदा निकाले सरपंच सचिव के द्वारा अपने मन चाहे दुकानदारों से सेटिंग कर उनसे ही सामग्री ली जाती है जिसमे इनका मोटा कमीशन बँधा होता है रीपा के तहत स्वीकृत कार्यों में आवश्यक मशीनरी की खरीदी हेतु भी ग्राम पंचायत को भारी-भरकम राशि ₹300000 प्राप्त हुए हैं जिससे ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव अपने मनमाने ढंग से भजाना चाह रहे थे लेकिन अधिकारी के सामने इनकी नहीं चली तो यह अधिकारी पर ही लांछन लगा रहे हैं बाहर वालों अब देखना होगा कि इस मामले में जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा ऐसे भ्रष्ट सरपंच सचिव पर क्या कार्यवाही की जाती है और कब की जाती है।

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