अधिकांश पंचायतों मेंचार महीने उपरांत भी नहीं पहुंची टैंट सामग्री
भानुप्रतापपुर। डीएमएफ फंड की राशि से ग्राम पंचायत डोंगरकट्टा के बाद दाबकट्टा पंचायत में भी पूरी टैंट सामग्री ठेकेदार द्वारा प्रदान नहीं की गई है। आधे अधूरी सामान देकर पंचायत से संतुष्टि प्रमाणपत्र भी ले लिया गया। नियमत: आदेश के एक माह के अंदर सभी पंचायतो में टैंत सामग्री मिल जाना चाहिए लेकिन आज चार माह बाद भी अधिकांश पंचायतों में नहीं दिया गया है। कुछ पंचायतों में आधी अधूरी ही प्राप्त हुई है।
डीएमएफ फंड से लाखों रुपये खर्च करते हुए चारामा के ठेकेदार खोमेश कुमार नायक के द्वारा प्रत्येक पंचायतो में एक-एक लाख के गुणवत्ताहीन टैंट सामाग्री बांटे गए। वही अधिकांश पंचायतो में आधी अधूरी सामाग्री प्रदान की गई है ,जबकि सरपंचो को प्रलोभन देकर पूर्ण समान प्राप्ति का संतुष्टि प्रमाण पत्र भी ठेकेदार द्वारा ले लिया गया है। भानुप्रतापपुर जनपद पंचायत के 52 पंचायतों में से अभी तक 21 पंचायतों में ही सामाग्री वितरण किया गया है।
भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के भानुप्रतापपुर, चारामा एवं दुर्गुक़ोंदल तीनो जनपद पंचायत के 160 ग्राम पंचायतों में सांस्कृतिक गतिविधियों के नाम से टेंट सामाग्री वितरण करने के लिए गुपचुप तरीके से ऐसे अखबार में टेंडर निकाला गया था जो जिले में वितरण नहीं होता है। इस कार्य में ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ ही जनप्रतिनिधि का भी पूरा सहयोग रहा है। इसीलिए तीनो जनपद पंचायत का कार्य एक ही नायक फर्म को दिया गया है।
बता दे कि नवम्बर 2023 के पूर्व ही दाबकट्टा डोंगरकट्टा, डूमरकोट, भैसाकन्हार ड्ड, हरनपुरी, चिल्हाटी, बैजनपुरी, कनेचुर, भोडिया, कुर्री, भानबेड़ा, कुल्हाडकट्टा, भेजा, कुडाल, मुंगवाल, बारवी, डोंगरगांव, हेटारकसा, बाँसकुड, धनेली, तरंदुल कुल 21 पंचायतो में टेंट सामाग्री टेंट शमियाना प्रति नग 1400, कुल 12 नग कीमत 16000 रुपये, लोहे का खंभा प्रति नग 850 कुल 20 नग कीमत 17000, लोहे का आड़ी खंभा प्रति नग 750, कुल 26 नग कीमत 19500 रुपये,चटाई मेट प्रति नग 1050, कुल 8 नग कीमत 8400 रुपये, पर्दा प्रति नग 1300, कुल 8 नग कीमत 10400 रुपये, टिन की पतली गेज पेटी ट्रंक 1 नग 3900, एवं कुर्सी (1 किलो 870ग्राम वजनी) प्रति नग 480, कुल 50 नग कीमत 24000 की दर से कुल 1 लाख का स्टीमेट बनाया गया है। जो वितरण किया गया है। शेष 31 पंचायतो में वितरण किया जाना है।
नियम एवं शर्ते कुछ इस प्रकार है।
सामग्री की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। प्रदाय सामग्री में 2 प्रतिशत राशि की कटौती की जाए। सामग्री ग्राम पंचायतों में पहुंचाकर देना होगा तथा सामग्री की पावती, ग्राम पंचायत का संतुष्टि प्रमाण पत्र फोटो ग्राफ्स सहित प्रस्तुत करना होगा। आदेश जारी होने के दिनांक से एक माह के भीतर सामग्री पहुंचाना अनिवार्यव होगा। प्रदाय सामग्री की शिकायत प्राप्त होने पर प्रदाय सामग्री वापस ले जाकर दुसरी सामग्री प्रदाय करना होगा या प्रदाय राशि वापस करना होगा। देयक दो प्रति में प्रस्तुत करना होगा।
टैंंट सामाग्री वितरण किये गए पंचायतो में जाकर जानकारी ली गई तो आधे से अधिक पंचायतो में आधा सामान दिया गया है, वहीं ग्राम पंचायत डोंगरकट्टा में दिए गए लोहे के खम्बे में पुराना एवं जंग लगे खम्बे को दिया गया है। इनके अलावा अन्य सामग्री भी निम्न क्वालिटी के है। डोंगरकट्टा के सरपंच भुनेश्वरी कोरेटी ने बताया कि 20 नग खम्बे में 8 नग ही प्राप्त हुआ है जबकि आड़ी खम्बे 26 नग में 12 ही दिए गए है, बाद में देने के बाद कहते हुए ठेकेदार द्वारा बनाये गए सन्तुष्टि में हस्ताक्षर करवा लिया गया है। आज तीन माह से अधिक समय हो गया है लेकिन अभी तक अधूरे सामग्री प्रदान नहीं किया गया। इनके अलावा कई पंचायतो में भी यही समस्या है। नियम शर्त देखो तो ठेकेदार को प्रति पंचायत में जाकर समान वितरण किया जाना चाहिए लेकिन कोरर एवं भानबेड़ा में बुलाकर सामान दिया गया। कोई शर्तो का पालन नहीं किया गया।
जांच करवाता हूँ: सीईओ
इस संबंध में सीईओ आर एस भास्कर ने कहा कि आप लोगों के माध्यम से जानकारी हुई है, जांच करवाता हूँ।