Congress : कांग्रेस ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा – बेमिसाल उपलब्धि

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Congress कांग्रेस ने इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई

Congress नयी दिल्ली !   कांग्रेस ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक उतरने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान-इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी और कहा कि उनकी यह उपलब्धि बेमिसाल है।

Congress कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने चंद्रयान 3 की चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद यहां जारी एक बयान में कहा,“इसरो की आज की उपलब्धि वाकई शानदार है, बेमिसाल है।

फरवरी 1962 में होमी भाभा और विक्रम साराभाई की दूरदर्शिता के कारण इंडियन नेशनल कमेटी ऑन स्पेस रिसर्च यानी इंकॉसपर की स्थापना की थी इसमें जो पहले व्यक्ति शामिल थे, पहले चार-पांच व्यक्ति जो शामिल थे, उनमें पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम थे।”

उन्होंने कहा,“इसके बाद 1969 में, अगस्त महीने में विक्रम साराभाई, जो हमेशा अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान को विकास के दृष्टिकोण से देखा करते थे, ने इसरो की स्थापना की। वर्ष 1972 और 1984 के बीच सतीश धवन आए और उन्होंने अद्वितीय नेतृत्व दिखाया। वैज्ञानिक, तकनीकी और मैनेजमेंट के दृष्टिकोण से जो योगदान उनका रहा है, वो बिल्कुल बेमिसाल योगदान रहा है। उनके साथ ब्रह्म प्रकाश जी थे। ब्रह्म प्रकाश एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे हैं, जिन्होंने हमारे परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम और अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम में भी परिवर्तनकारी योगदान दिया है। सतीश धवन के बाद यू आर राव से शुरुआत हुई और कई चेयरमैन आए। उन सभी ने अपना विशेष योगदान इसरो में और हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों में दिया।”

रमेश ने कहा,“आज हम जो सफलता देख रहे हैं वो एक सामूहिक संकल्प, एक सामूहिक कामकाज है और जो कहते हैं, एक कलेक्टिव टीम एफर्ट का नतीज़ा है। यह सिस्टम का नतीज़ा है।

एक व्यक्ति का नहीं है। जहां लोग एक टीम वर्क के साथ, एक सामूहिक मानसिकता के साथ काम करते हैं। और पिछले कुछ वर्षों में इसरो की जो पार्टनरशिप है, जो भागीदारी है अलग-अलग शिक्षा के संस्थान हैं, निजी क्षेत्र की छोटी-छोटी कंपनियां हैं,

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जिन्हें आज स्टार्टअप्स कहते हैं, उनके साथ जो भागीदारी का कार्यक्रम इसरो की तरफ़ से हुआ है — उसका भी असर हम देख रहे हैं। आज का क्षण हमारे लिए बहुत ही गर्व का क्षण है और हम इसरो को सलामी देते हैं।”

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