Charama Dussehra भव्य आतिशबाजी देखकर भी लोग उत्साहित
Charama Dussehra चारामा ! बुराई पर अच्छाई की जीत ,असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा में 20 फीट ऊंचे रावण का दहन किया गया । वहीं इस बार रावण दहन की शोभा देखकर लोग भी उत्साहित हुए। नगर में बीते 10 15 वर्षों से रावण दहन का कार्यक्रम सिमटता जा रहा था !
जो कि इस बार समिति और नगर के कुछ गणमान्य लोगों की सहमति और मार्गदर्शन में भव्य और विशाल रूप से मनाया गया, रावण दहन के बाद भव्य आतिशबाजी देखकर भी लोग उत्साहित हुए, श्री श्री नव दुर्गा उत्सव समिति चारामा के तत्वधान में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य रावण दहन का आयोजन हुआ ।
Charama Dussehra शाम 5:00 बजे से मां शीतला की आज्ञा अनुसार नगर के देवी देवताओं की पूजा के बाद उनके साथ राम मंडली आयोजन स्थल मंडी प्रांगण पर पहुंची, जहा देवी देवताओं ने जमकर नृत्य किया। 6:00 से रामायण मंडली के द्वारा भगवान राम की पूजा अर्चना के साथ रामायण का शुभारंभ किया।
धीरे-धीरे मंडी परिसर में भीड़ लगने लगी,हालाकि मेला घूमने 05 बजे से ही भिड़ लगने लगी थी, क्योंकि इस बार आयोजन को वृहद रूप में किया जाना था, इसीलिए पूरे मंडी परिसर को पूर्व से सुनियोजित तरीके से पूरे आयोजन की रूप रेखा तैयार की गई थी। इसके लिए अलग-अलग जगह का चयन किया गया ।गोदाम की तरफ मंच स्थल तैयार किया गया।
Charama Dussehra मंच को बेरिकेट किया गया था, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति रामायण मंच पर ना पहुंच सके एवं मंच के कुछ दूरी पर ही रावण दहन के लिए रावण को खड़ा किया गया और जमकर आतिशबाजी के लिए पटाखे तैयार किए गए ,जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई, दर्शकों में महिला पुरुषों के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई और दशहरा पर्व पर लगे मेले में सभी दुकानों की क्रमवार आयोजन स्थल से 50 मीटर की दूरी पर स्थान दिया गया।
Charama Dussehra जहां सभी के द्वारा अपनी दुकानों को लगाया गया, पुलिस व्यवस्था सुबह से ही देर शाम तक लगी रही ।नगर के एसडीएम ,तहसीलदार नगर पंचायत, विद्युत विभाग मंडी कर्मचारी, अधिकारी सभी का सहयोग आयोजन को सफल बनाने में सुबह से देर रात तक मिला ।इसी कारण पहली बार नगर में कई वर्षों बाद भव्य रुप से रावण दहन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
Charama Dussehra कई वर्षों से आयोजन पूर्व में समता रंगमंच में होता था,लेकिन वर्तमान में बदलते परिवेश में समता रंगमंच के आसपास निर्माण हो जाने के चलते मंच छोटा पड़ने लगा, जिसके बाद इस आयोजन को उठाकर मंडी परिसर में लाया गया, लेकिन वहां भी बड़े विशाल रूप से ना करके छोटे रूप में आयोजन को किया जाता रहा, लेकिन इस बार समिति के द्वारा मंडी परिसर के पूरे स्थल का उपयोग करते हुए इसे विशाल रूप में करने का प्रयास किया गया ,जो कि सफल भी हुआ।
देर शाम 7:30 बजे तक रामायण मंचन का कार्यक्रम चलता रहा, राम रावण के युद्ध के बाद इलेक्ट्रॉनिक तरीके से पहले जमकर आतिशबाजी हुई ,रावण का दहन हुआ ।उसके बाद आसमान में पटाखे छोड़े गए, रावण दहन पूर्ण होने के बाद भगवान राम की भव्य आरती समिति के द्वारा की गई ।इस बार के आयोजन को राम मय बनाने के लिए समिति की ओर से विशाल भगवान राम और रामायण का पोस्टर बैनर और स्थल पर जय श्री राम के झंडे भी लगाए गए थे !
Charama Dussehra ताकि भगवान राम की भक्ति से लोगों जुड़ सके, बच्चों के लिए मैदान में कई झूले खिलौना लोगों के खानपान के लिए होटल लगाए गए थे, जिसका लोगों ने जमकर आनंद लिया, देर रात 10 बजे तक मेला चलता रहा ,पुलिस शांति व्यवस्था में लगी रही।
इस आयोजन को सफल बनाने में सभी शासकीय विभाग सहित दुर्गा समिति के पदाधिकारी नगर अध्यक्ष प्यारे लाल देवांगन, सत्येन गुप्ता ,दीपक सोनकर ,मोहित नायक,पुरुषोत्तम सेन, प्रकाश जोतवानी , ओम प्रकाश साहू ,अंकित जैन, दिनेश देवांगन तरुण देवदास,श्रवण सिन्हा,किरण मानिकपुरी,रानू कमलेश सेन,रवि साहू,सहित सभी समिति के सदस्यों का सहयोग रहा।