Character of Maa Durga घर की नारी का आदर करना ही नवरात्रि की असली पूजा है
Character of Maa Durga नारी से नारायणी की यात्रा का पर्व ही नवरात्र है। यह पर्व नारी के जीवन के उच्चतम स्तर को रेखांकित करता है। दुनिया में कुछ लोग भले ही नारी को भोग की वस्तु या उसे अपने से कमतर आंकते हों। मगर एक नारी चाहे तो कौन सा पद प्राप्त नहीं कर सकती ? माँ दुर्गा के चरित्र को आप देखिए।
Character of Maa Durga माँ का जन्म दिव्य है इसलिए इतने देवताओं के होते हुए वो पूज्या नहीं हुईं अपितु उनके कर्म दिव्य हैं इसलिए वो पूज्या हुईं।
परहित और परोपकार की भावना से जो कर्म करता है, देर से ही सही समाज उसको पूजता अवश्य है।