Bilaspur Corporation बाईपास रोड निर्माण के लिए बाधक बन रहे अतिक्रमण ढहाया गया
Bilaspur Corporation बिलासपुर ! महावीर नगर से उसलापुर ओवरब्रिज तक की सड़क को जोड़ने वाली बाईपास रोड निर्माण के लिए बाधक बन रहे अतिक्रमण को शनिवार को ढहाया गया।
Bilaspur Corporation मंगला नाका चौक पर बढ़ती भीड़ और जाम को रोकने के लिए महावीर नगर मोड़ के पास से उसलापुर फ्लाईओवर ब्रिज तक सड़क बननी है।
नई सड़क बन जाने से गौरव पथ की ओर से आने वाले ट्रैफिक को सीधे ही फ्लाई ओवर तक डायवर्ट किया जा सकेगा। करीब 34 निर्माण इसके आड़े आ रहे हैं।
Bilaspur Corporation जमीन 1972- 73 में रेलवे ने नगर निगम को दे दी थी। असल में 1928 में यहां से मुंगेली- कवर्धा- मंडला रेलवे लाइन का प्रस्ताव था। यह भूमि रविंद्र नाथ टैगोर चौक, पुराना बस स्टैंड, राजीव प्लाजा, सूर्या होटल होते हुए इमलीपारा रोड, लिंक रोड , नेहरू नगर नर्मदा नगर से महावीर नगर होते हुए उसलापुर तक आगे तक बढ़ती है।
Bilaspur Corporation बाद में यह योजना ठंडे बस्ते में चले जाने से रेलवे ने यह जमीन नगर निगम को दे दी थी। निगम इस ओर उदासीन रहा तो इसमें एक के बाद एक अतिक्रमण होते चले गए। जिसमें अट्टालिकाओ से लेकर शादी भवन और पेट्रोल पंप तक शामिल है। हरी चटनी नामक एक रेस्टोरेंट खोलने के बाद पूरा मामला सुर्खियों में आया।
इधर निगम की कार्यवाही पर नमिता ऋषि ने कठोर आपत्ति जताते हुए कहा कि शुरू से ही नगर निगम की कार्यवाही संदेह के दायरे में है। जिस सीमांकन की बात निगम के अधिकारी करते हैं उन्हें तो इसकी जानकारी तक नहीं है।
Bilaspur Corporation सीमांकन के दौरान उनके हस्ताक्षर भी नहीं है। नमिता ऋषि की शिकायत है कि बिना सूचना पहुंचे निगम के कर्मचारियों ने ना केवल अतिक्रमण क्षेत्र बल्कि करीब 40 फुट भीतर उनके निजी जमीन पर भी तोड़फोड़ की कार्यवाही की, जबकि वह स्वेच्छा से पहले ही अतिक्रमण हटाने अपना निर्माण कार्य शुरू करवा चुकी थी।
बाइट: सुरेश शर्मा (कार्यपालन अभियंता)