Bhopal News
शिवराज ने कहा- बिना दबाव काम पूरे किए
आज से राणा MP की मुख्य सचिव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इकबाल सिंह बैंस को बुके देकर विदा किया।
Bhopal News : भोपाल : मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा ने गुरुवार को चार्ज संभालते ही कामकाज की शुरुआत कर दी। इकबाल सिंह बैंस रिटायर हो गए हैं। 6-6 महीने के 2 बार मिले एक्सटेंशन के बाद बैंस का कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा हो गया। गुरुवार को कैबिनेट बैठक में उन्हें विदाई दी गई। पूर्व सीएस बैंस ने कहा- यह एक पड़ाव, कोई अंत नहीं।
Bhopal News : काम करते रहेंगे, सक्रियता बनी रहेगी। आनंद विभाग को उन्होंने अपनी प्रमुख उपलब्धि बताई। बैंस के विदाई समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले कि अपने लिए जिएं तो क्या जिएं, देश-समाज के लिए जीना ही जीना है, बैंस ने ये यही कर दिखाया है। उन्होंने अच्छा काम किया।
जो भी काम उन्हें सौंपे गए, उन्होंने बिना किसी तनाव और दबाव के पूरे किए। कोविड के दौरान भी उन्होंने बेहतर काम कर दिखाया। सीएम राइज स्कूल, सिटीजन चार्टर और आनंद विभाग उनकी बेहतर उपलब्धियां रहीं। मुख्यमंत्री शिवराज के चौथे कार्यकाल की यह आखिरी कैबिनेट बैठक थी। वल्लभ भवन में बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के
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साथ सीनियर अधिकारियों को भी बुलाया गया। कैबिनेट का कोई एजेंडा नहीं था। इसे लेकर बैठक से पहले ही बुधवार को कांग्रेस ने आपत्ति भी जताई थी। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था, बिना एजेंडा बैठक बुलाने का कोई औचित्य नहीं है। यह BJP की मतगणना को प्रभावित करने की कोशिश है। अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव डाला जा रहा
है।’ माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला CS हैं। उनकी नियुक्ति का आदेश बुधवार रात 8.30 बजे जारी हुआ, जबकि सुबह ही वे मुख्यमंत्री से मिली थीं। राणा मार्च 2024 में रिटायर होने वाली हैं। यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना में शिवराज सरकार का
भविष्य तय होगा। एमपी की पहली महिला सीएस निर्मला बुच थीं। उनका कार्यकाल सितंबर 1991 से जनवरी 1993 तक था।सरकार ने आदेश में वीरा राणा को मुख्य सचिव पद का प्रभार अतिरिक्त रूप से देने की बात लिखी है। साफ है कि नई सरकार में उनके रहने या नहीं रहने पर अभी से ही असमंजस की स्थिति है। नई सरकार चाहे तो
उन्हें रख सकती है या नया मुख्य सचिव बनाकर प्रभार वाली व्यवस्था को खत्म भी कर सकती है। 2005 में जब शिवराज ने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, तब से बैंस उनके खास अधिकारियों में शुमार रहे। 2020 में सत्ता के तख्ता पलट के बाद शिवराज ने जब सरकार में वापसी की तो उन्होंने अपनी शपथ के 24 घंटे के भीतर ही कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी को हटाकर बैंस को मुख्य सचिव बना दिया था।