Bhilai Steel Plant : भिलाई इस्पात संयंत्र में संकट की घड़ी! बंद होने की कगार पर इस्पात उत्पादन, जानिए वजह
भिलाई इस्पात संयंत्र अब संकट में नजर आ रहा है। कई मिलें बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। बसपा प्रबंधन ने प्लांट में उत्पादन कम कर दिया है, जिससे सेल-भिलाई स्टील प्लांट कोयला संकट की चपेट में आ गया है।
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इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ रहा है। कोक की आपूर्ति न होने के कारण ब्लास्ट फर्नेस को बंद कर दिया गया है, जिसके कारण गैस का उत्पादन नहीं हो रहा है,
जिसका उपयोग रेल मिलों, मर्चेंट मिलों आदि में ईंधन के रूप में किया जाता है। इस वजह से कई मिलों का उत्पादन बंद हो गया है।
वहीं ब्लास्ट फर्नेस को नाममात्र के स्तर तक चलाया जा रहा है ताकि किसी तरह भट्टी और मिल को चालू रखा जा सके. अगर उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया तो कोल्ड मिलों और भट्टियों को शुरू करने में लंबा समय लगेगा और सेल को
करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ेगा। एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई कोयले की अनुपलब्धता के कारण सेल-भिलाई स्टील प्लांट पर संकट गहराता जा रहा है।
वहीं यह भी बताया जा रहा है कि 4 मिलें बंद हो चुकी हैं। इसके साथ ही कई और मिलें बंद होने की कगार पर पहुंच गई हैं।
बता दें कि अभी तक भिलाई स्टील प्लांट-बसपा का स्टॉक फिलहाल तीन दिन का बताया जा रहा है. बसपा यार्ड की क्षमता करीब ढाई लाख टन है।
फिलहाल करीब 20 से 30 हजार टन ही कोयला भंडार बचा है। कोयले की किल्लत के चलते बुधवार को कोक ओवन में 740 पुश करने की जगह 400 पुशिंग ही हो पाई। इससे गैस नहीं बन पा रही है। अब समस्या आई कि बैटरी कैसे बचाएं।
यूआरएम और प्लेटमिल का उत्पादन बहाल कर दिया गया है। विशाखापत्तनम से भिलाई कोयला रेक उपलब्ध न होने के कारण कोक ओवन से गैस आपूर्ति का अनुपालन न करने के कारण भिलाई स्टील प्लांट की कुछ रोलिंग मिलों में एहतियात के तौर पर उत्पादन कम कर दिया गया है।