Bhanupratappur : मामला पीएम विभाग का, शिकायत के बावजूद अधिकारी गंभीर नही
लाखो की पुलिया पहली बारिश में ढही
Bhanupratappur :भानुप्रतापपुर। कार्यपालन अभियंता के संरक्षण में पीएम सड़क गुणवत्ताहीन बनाये जा रहे है, जिससे सड़क उखड़ने, धसने व दरार होने की शिकायत क्षेत्र में आम तौर से देखा जा सकता है, वही निर्मित पुलिया कि स्थिति उससे भी ज्यादा खराब
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बनाई जा रही है। ग्राम धनेली से कठोली के बीच बनी लाखो की पुलिया पहली बारिश में ढह गया है। इसके बावजूद भी विभाग के उच्च अधिकारी न तो ठेकेदार और न ही सम्बंधित अधिकारी पर कार्यवाही करना उचित समझते, इससे अंदाजा
लगाया जा सकता है कि विभाग के अधिकारी अपने कार्य के प्रति कितने सजग है।
भानुप्रतापपुर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क डिवीजन के अंतर्गत ग्राम धनेली कठोली क्षेत्र आते है। यह क्षेत्र अंदर व पहाड़ी जंगलों से घिरे एवं संवेदनशील है। बता दे कि पुलिया हो या फिर सड़क शासन के मापदंड के अनुसार बनाये जाने का प्रावधान है,
लेकिन नियम केवल फाइलों तक सीमित होती है जमीनी हकीकत कुछ और देखने को मिलती है जिसका उदाहरण धनेली कठोली मार्ग पर बने पुलिया को देख कर लगाया जा सकता है, जो मात्र कुछ दिनों में धराशायी हो गई है। बता दे कि कुछ
माह पूर्व अधिकारी के संरक्षण में पीएम सड़क का डामरीकरण व पुलिया का निर्माण कार्य राजनांदगांव के ठेकेदार के द्वारा किया गया। कार्य के दौरान विभाग के कोई भी कर्मचारी स्थल पर मौजूद नही रहते है। ठेकेदार अपने मनमर्जी के अनुसार कार्य करते है।
भानुप्रतापपुर, दुर्गुकोंदल एवं पखांजूर क्षेत्र का सही तौर से निरीक्षण करने पर पीएम द्वारा बनाए गए कई सड़क व पुलिया की स्थिति खुद ब खुद सामने आजएगी।
लेकिन विभाग के उच्च अधिकारी ही कभी इसमे रूचि नही दिखाते है, समाचार के माध्यम से भी समय-समय पर ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर खराब सड़क व पुलिया के स्थिति से भी अवगत कराएं जाते रहे है, लेकिन उन पर कार्यवाही न
करते हुए उनकी पीठ थपथपाई जाती है। आखिर इसकी वजह मोटी लेन-देन से भी इंकार नही किया जा सकता है।पूर्व में रामकृष्णपुर से रूपनगर ,कोदापाखा, मेड़ो,करकापाल, मंगहूर , घोटा, सेमरापारा सहित कई पीएम सड़क के स्थिति के
बारे में अवगत कराएं गए लेकिन मामला को दबा दिया जाता है। कांकेर के अधीक्षण अभियंता ऊँची पहुच व बडे साहब का संरक्षण प्राप्त होने से विगत आठ वर्षो से एक ही स्थान में पदस्थ है,वही अधीनस्थ अधिकारी एवं ठेकेदार को अधीक्षण
अभियंता का आशीर्वाद प्राप्त है, यही वजह है कि कार्यपालन अभियंता व ठेकेदार अपनी मनमानी करने से बाज नही आ रहे हैं।