Bhanupratappur breaking : वन विभाग के कार्य में नहीं आ रही गुणवत्ता, खराब सीमेंट का हो रहा उपयोग, अधिकारी फॉर्मेलिटी के लिए करते हैं पत्राचार
Bhanupratappur breaking : भानुप्रतापपुर। वन विभाग में चल रहे निर्माण कार्यो पर ठेकेदार के द्वारा अनुपयोगी व खराब सीमेंट का उपयोग कर मनमर्जी से कार्य किया जा रहा है। पूर्व वन मंडल के काष्ठागार में गुणवत्ताहीन शेड निर्माण किया जा रहा है जिसको उखाड़ कर दुबारा बनने के लिए उप मंडला अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है उसके बाद भी ठेकेदार द्वारा अधिकारी के आदेश को नज़र अंदाज़ कर गुणवत्ता हीन शेड निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह नेचर पार्क के सामने भी उसी ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण किया जा रहा है जिसमें भी गुडवत्ता न नहीं दिख रही हैं।
Bhanupratappur breaking : बता दे कि पूर्व वनमंडल के काष्ठागार में काष्ठागार
Bhanupratappur breaking : अधिकारी के द्वारा लाखों रुपए की लागत से शेड निर्माण किया जा रहा है। जिसमे बिना बेस के ही खराब सीमेंट से सीसीकरण किया गया। जिसकी खराब सीमेंट व निर्माण कार्य में गुडवत्ता नहीं होने के कारण अधिकारी द्वारा काम बंद कराकर सीसीकरण व दीवालों को तोड़ कर दुबारा बनाने के लिए आदेशित किया गया है लेकिन लेकिन ठेकेदार द्वारा काम बंद न कराकर मनमर्जी पूर्वक काम किया जा रहा है। अब देखना यहा हैं कि अधिकारियों द्वारा इसे उखाड़ कर दुबारा बनाया जाता है कि हर बार की तरह दिखाए के लिए पत्र चार किया जाता हैं।
Bhanupratappur breaking : नाली निर्माण में भी गुडवत्ता नहीं
नेचर पार्क के सामने वन परिक्षेत्र अधिकारी भानुप्रतापपुर द्वारा नाली निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। वहा भी नियम कायदे को ताक में रखकर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा द्वारा बिना स्टीमेट के नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा है नगर के बीच व वन मंडला कार्यालय के सामने इस तरह से कार्य किया जा रहा है तो जंगलों में चल रहे निर्माण कार्यों में क्या नहीं किया जाता होंगा।
Bhanupratappur breaking : खराब सीमेंट का सस्ते दामों में खरीद कर वन विभाग के कार्यों में किया जाता हैं उपयोग
Bhanupratappur breaking : गुप्ता सूत्रों से यहां भी जानकारी निकल कर आ रही हैं की ठेकेदार द्वारा भानुप्रतापपुर रेलवे स्टेशन में जो डारेक्ट सीमेंट कंपनी जो सीमेंट आ रही है जिसमें खराब सीमेंट का सस्ते दामों में खरीदी कर उस सीमेंट को वन विभाग के कार्यों में उपयोग किया जा रहा है। इसकी तरह से वन विभाग के कार्यों में ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य किया जाता है विभाग को इसकी जानकारी होने के बावजूद भी ठेकेदार ऊपर कोई कार्यवाही नहीं किया जाता क्योंकि इस प्रकार जब ठेकेदार कार्य करते हैं तो इसका हिस्सा ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों के पास हिस्सा पहुंच जाता हैं।