Bemetara News : पिरदा चौक से भिभौरी रोड चौड़ीकरण एवं मजबूती करण कार्य मैं हो रहा है अनियमितता एवं भ्रष्टाचार
रिपोर्टर ,,,जितेंद्र शुक्ला बेमेतरा
लोकेशन ,,,,बेमेतरा( पिरदा – भिमोरी )
Bemetara News : बेमेतरा जिला के अंतर्गत आने वाले भिभौरी तहसील के पिरदा चौक से भिभौरी तक 1.2 किलोमीटर लंबी मार्ग जिसका मार्ग चौड़ीकरण एवं मजबूती करण का कार्य जो कि करीबन तीन करोड की लागत से तैयार हो रहा है । मार्ग मे चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य निर्धारित मापदंड एवं गुणवत्ता अनुरूप नहीं किया जा रहा है।
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Bemetara News : या यू कहां जा सकता है शासन की ओर से इस कार्य को कराए जाने का उद्देश्य जो कि कार्य के नाम से ही स्पष्ट है जैसे कि मार्ग चौड़ीकरण अर्थात जो मार्ग पहले से बना हुआ है । उसे और चौड़ीकरण करना मजबूत करना ताकि आवागमन एवं यातायात मे किसी प्रकार की कोई असुविधा अडचन बाधा ना हो एवं आवागमन सहज सुलभ एवं सुरक्षित हो ।
आवागमन में वाहनों को एवं आमजन तथा ग्रामीणों को आने जाने के लिए पर्याप्त सुरक्षित जगह प्राप्त हो। किंतु जिस उद्देश्य को लेकर लोक निर्माण विभाग के द्वारा इस कार्य का टेंडर करा कर कार्य को कराया जा रहा है वह मौके पर फलीभूत नहीं हो रहा है । उक्त मार्ग में चौड़ीकरण एवं मजबूती करण का कार्य क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा अपनी मन माफीक मनमर्जी
से किया जा रहा है । पूरा मार्ग जिस चौड़ाई में बनाना है उतनी चौड़ाई में नहीं बनाया जा रहा है जहां चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त जगह है वहां पर भी निर्धारित मापदंड में कार्य ना करके कम चौड़ाई क्षेत्रों काम किया जा रहा है । मार्ग के किनारे पानी के सहज सरल निकासी के लिए जिस प्रकार से नाली का निर्माण हो रहा है वह सीधा ना हो करके जिगजाग
अर्थात टेडामेडा हो रहा है ।इसका दुष्परिणाम यह होगा की बारिश में जब तेज पानी का बहाव आएगा तो नाली से पानी पूरी तरह ना निकल कर अगल बगल से बाहर निकलेगा या या फिर सड़क के ऊपर भी आ सकता है। इससे सड़क जल्द खराब हो जाएगा। किसी भी शासकीय विभाग की ओर से किसी भी कार्य के लिए जब कोई टेंडर
जा02066803300री कर कार्य करा जाता है तो टेंडर प्राप्तकर्ता द्वारा उस कार्य के लिए जो भी नक्शा है मापदंड गुणवत्ता का निर्धारण होता है उसके अनुरूप कार्य हो रह है या नहीं इसको नियंत्रित निरीक्षण करने की पूरी जिम्मेदारी विभाग के अधिकारियों की होती है ।किन्तु जिस प्रकार से एजेंसी के द्वारा कार्य किया जा रहा है उसमें अनियमितताओं को
रोकने के लिए विभाग की ओर से उचित कार्यवाही नहीं की जा रही है ऐसा लगता है कि उनके बीच आपसी सांठगांठ हो यही वजह है कि उनके द्वारा मनमाफिक कार्य किए जा रहे है। । अनियमितता कार्य को ना तो विभाग की ओर से रोका जा रहा है ना ही उन्हें या निर्देशित किया जा रहा है कि प्राक्कलन नक्शा एवं मापदंड अनुसार कार्य किस प्रकार से होना
चाहिए ।ऐसी बात नहीं है कि इस संबंध में क्रियान्वयन एजेंसी एवं विभाग को अवगत ना कराया गया हो अवगत कराने के साथ ही उच्च अधिकारी को भी इसकी शिकायत की गई है । बावजूद इसके मौके पर कार्य में किसी प्रकार का कोई सुधार ना किया जाकर निर्धारित मापदंड अनुसार कार्य को नहीं किया जा रहा है एवं शिकायत को भी अनदेखा किया जा
रहा है ।इस प्रकार मापदंड अनुरुप कार्य ना करके शासन को लाखों की क्षति पहुंचाई जा रही है। बल्कि मार्ग का निर्माण जिस अवधारणा को लेकर किया जा रहा है ,उस अवधारणा की पूर्ति भी नहीं हो रही। किसी विभाग की ओर से किसी भी क्षेत्र में जब कोई कार्य कराया जाना प्रस्तावित होता है तो सर्वप्रथम जो कार्य कराए जाना है उस स्थल का चयन करके
उसका सर्वे किया जाता है जिस प्रकार का स्थल स्थान जगह मिलता है उसका नाप जोक उसके अनुरूप मापदंड तैयार किया जाता है जाहिर है अगर इस मार्ग की चौड़ाई मध्य मार्ग से दोनों और जितनी चौडाई में किए जाने का प्राक्कलन एस्टीमेट नक्शा तैयार किया है
मौके पर उसी अनुरूप कार्य कराने की पूरी जिम्मेदारी भी विभाग की होती है एवं निर्धारित मापदंड के अनुरूप कार्य करने की जिम्मेदारी क्रियान्वयन एजेंसी की होती है।