Bad condition of Balodabazar roads : हाथ में चप्पल जूते उठाकर स्कूल जाने मजबूर स्कूली बच्चे कीचड़ से भरी हुई गलियां…..आइये देखे VIDEO
Bad condition of Balodabazar roads : बलौदाबाजार ! बलौदाबाजार जिले में सड़कों की बदहाली किसी से छुपी नहीं है त्रिपल इंजन की सरकार के दाव झुठे साबित होते दिखाई दे रहे हैं। सड़कों की बात करे तो बलौदाबाजार से भाटापारा मार्ग, रिसदा से सिमगा मार्ग, की हालात तो ऐसे है कि आदमी कब गिरेगा यह डर सताते रहता है दोपहिया वाहन लहराते रहती है।
बलौदाबाजार व भाटापारा के दबंग जनप्रतिनिधियों को शायद दिखाई नहीं दे रहा जबकि इस मार्ग से हजारों बार आये गये हैं। जब मुख्य मार्ग के हालात ऐसे है तो ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों की हालातो का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। हमने त्रिपल इंजन इसलिए कहा कि भाजपा जनप्रतिनिधि अक्सर डबल इंजन की सरकार कहते हैं हमारे जिले में बलौदाबाजार विधानसभा विधायक भाजपा से टकराव वर्मा जी है जो राजस्व मंत्री भी है भाटापारा के पूर्व विधायक की शासन में जबरदस्त पकड़ है इसके बावजूद सड़कों की हालात देखने काबिल है। फिलहाल ताजा मामला बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम मरदा का आया है जहाँ स्कुली बच्चे हाथ में चप्पल जुते लेकर कीचड़ भरे रास्ते से आते जाते दिखाई दे रहे हैं।
जिले में विकास की दावों की पूरी पोल खोलकर रख दिया है ग्राम मरदा जहाँ के गलियों एवं सड़कों की हालात यह है कि चलना दुभर है वही कीचड़ इतना की चार पहिया वाहनों को निकलने में तकलीफ होती है और टोचन देकर उन्हें बाहर लाया जाता है। वही स्कुली बच्चों को स्कूल आने जाने में काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि खराब सड़कों की प्रमुख वजह रेत का अवैध और ओव्हरलोड हाईवा वाहनों का परिवहन है जिसमें सड़क के भार सहने की क्षमता से कही अधिक रेत भरकर परिवहन किया जाता है। वही शासन प्रशासन ध्यान नही देती है वही गाँव में गलियों की हालात बदतर हे चलना दुभर हो गया है सबसे ज्यादा तकलीफ तब होती है जब कोई गंभीर रूप से बीमार हो जाता है। स्कुली बच्चों को काफी तकलीफ होती है सडको पर गिर जाते हैं कपड़े खराब होते हैं वही चप्पल जुते हाथ में उठाकर चलना पड़ रहा है जिसमें पंचायत ध्यान नही दे रहे हैं। हमलोग विधायक से भी बोल चुके हैं पर न ही जनप्रतिनिधि और नहीं प्रशासन ध्यान दे रहा है।
Bad condition of Balodabazar roads : आपको बता दे कि कमोबेश जिले में सड़कों की हालात ऐसे ही है और उसका कारण निर्माण के समय गुणवत्ता का ध्यान नही रखना है और नहीं निर्माण के समय अधिकारी जांच करने जाते हैं जिसकी वजह से इस तरह के हालात उत्पन्न हो रहे हैं देखना अब यह होगा कि शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधि इसपर क्या संज्ञान लेते हैं।