Asian News Special Program : जिंदगी में ग्रहण लगाता प्रदूषण का बढ़ता स्तर

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Asian News Special Program : बिरगांव और जनमंच पर संतुलन का समीकरण कार्यक्रम का आयोजन

“प्रदूषण का घटता बढ़ता स्तर” पर परिचर्चा

 

 

Asian News Special Program : रायपुर । राजधानी रायपुर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। शहर में बढ़ता प्रदूषण स्तर जिंदगी में ग्रहण लगा रहा है। वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बढ़ते उद्योग और उनकी चिमनियों से निकलते धुएं हैं। राज्य में पावर प्लांट, स्टील उद्योग, सीमेंट उद्योग समेत हर तरह के उद्योग संचालित हो रहे हैं। वहां से हर दिन निकलने वाला धुआं हवा में जहर घोलता है। कई जगहों पर 300 इंडेक्स तक पहुंच रहा है जबकि ये 50 से अधिक नहीं होना चाहिए। प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंचने के कई कारण हैं। इसमें  प्लास्टिक और ई-वेस्ट का उपयोग तो हो रहा है लेकिन साइंटिफिक तरीके से नष्ट नहीं किया जा रहा। पेड़ भी बेतहाशा काटे जा रहे हैं। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार हम कई पेड़ रोज काट रहे है। उनके बदले में पौधा रोपण तो हो रहा हैं लेकिन शहर में नहीं आउटर में। एशियन न्यूज का खास कार्यक्रम संतुलन का समीकरण में आज “प्रदूषण का घटता – बढ़ता स्तर” पर विशेष चर्चा की गई। इसमें पहले रायपुर के बिरगांव में जन चौपाल का आयोजन किया गया जहां बिरगांव क्षेत्र के आम लोग और जनप्रतिनिधियों ने विचार रखे। वहीं दूसरी ओर जनमंच सड्डू में परिचर्चा हुआ। इसमें पर्यावरण संरक्षक, जन सेवक, सामाजिक कार्यकर्ता,  एनजीओ संचालक और आम जन शामिल हुए और अपनी विचार रखे।कार्यक्रम का संचालन अभिनीत शुक्ला ने किया।

बता दें कि राज्य के वायुमंडल में कार्बन की बेतहाशा मौजूदगी 58 से 61% तक है।  लोगों ने बयाया की प्रदेश में उरला-सिलतरा के औद्योगिक क्षेत्र में हर तरह की फैक्ट्रियों से राजधानी के आसपास वायु प्रदूषण बना रहता है। इसलिए यहां सांस की बीमारियां और टीबी के मरीज बढ़ रहे हैं। भारी वाहन, खराब सड़कों की धूल और फ्लाई एश वायु प्रदूषण को बढ़ा रहा है। वहीं लोगों ने बताया की सड़कों पर जगह-जगह खोदाई, वाहनों से निकल रहा धुआं और जलाए जा रहे कचरे से भी प्रदूषण फैल रहा है। इसे रोकने के ठोस प्रयास नजर नहीं आते हैं। इसके लिए शासन भी ठोस कदम नहीं उठा रही है जिससे आम जनता को इससे निजात मिल सके।

 

Asian News Special Program :  इस अवसर पर एशियन न्यूज के प्रधान संपादक सुभाष मिश्रा ने कहा कि आज का विषय प्रदूषण का घटता बढ़ता स्तर यह सिर्फ वायु या ध्वनि प्रदूषण की बात नहीं करता बल्कि समाज में फैले हर तरह की प्रदूषण की बात करता है। उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण को बचाने की बात करते हैं लेकिन इस पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ पौधों को बचाना, नदियों को साफ सुथरा रखना, ध्वनि प्रदूषण से बचने के लिए हाई बीट पर डीजे बजाने से बचना,  इस क्षेत्र में काम नहीं कर पाते हैं।  उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में हम रहते हैं वह आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है हमलोग जंगल के जंगल उजाड़ देते हैं उसके। एवज में चार पेड़ सड़क के किनारे लगा देते हैं इससे हमारा पर्यावरण प्रदूषण मुक्त नहीं होगा। सभी को मिलकर इस ओर काम करना पड़ेगा तभी पर्यावरण को स्वच्छ रख सकते हैं।

एशियन न्यूज़ के सीनियर एच आर शकील साजिद ने कहा कि समाज को प्रदूषण से बचाने के लिए सभी को पहल करना पड़ेगा इसमें चाहे वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण हो या फिर जल प्रदूषण  इससे निजात पाने के लिए सभी को मिलकर काम करना पड़ेगा। केवल कहने से नहीं होगा जमीनी स्तर पर काम करना पड़ेगा।  उन्होंने कहा कि इस समय प्रकाश प्रदूषण बहुत घातक है। इसके लिए भी मानक तय होना चाहिए। क्योंकि प्रकाश प्रदूषण लोगों के आंखों के लिए बहुत घातक है।

 

जागरूकता से मिलेगी प्रदूषण से निजात

रायपुर ट्रेफिक ऑफिसर टीके भोई ने बताया कि वर्तमान में गाड़ियों से बिकने वाली धुवां लोगों के स्वास्थ्य के लिए।हानिकारक है।  ट्रेफिक पोलिस लगातार चेकिंग करती है लेकिन वाहन चेकिंग करने से और धर पकड़ करने और फाइन करने से वायु प्रदूषण पर निजात नहीं मिलेगा बल्कि लोगों को जागरूक करने की आवसायकता है।

एनजीओ संचालक गीतिका ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए सभी को आगे आना होगा। छोटी-छोटी कोशिश ही इस पर्यावरण को स्वच्छ बना सकता है। गीतिका की संस्था बेसहारा मवेशियों को रोटी खिलाने का काम करती है साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ रखने और वायु प्रदूषण से नियंत्रण करने के लिए पौधे लगाने के लिए जागरूक करते  हैं !

एनजीओ संचालक संदीप धुप्पड़, ने कहा कि हमारी संस्था पिछले 10 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं। लगातार हमलोग मेमोरी प्लांटेशन का काम कर रहे हैं इसके तहत लोगों के नाम से पौधे लगाए जाते हैं और उसका रखरखाव का जिम्मा उनके घर के सदस्य को देते हैं। इससे लोग उस पौधे का रखरखाव अच्छे तरीके से करते हैं।

 

Asian News Special Program :  पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करना पड़ेगा महंगा

 

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ग्रीन आर्मी के अध्यक्ष अमिताभ दूबे ने कहा की पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करके हम खुश नहीं रह सकते हैं अगर हम पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करेंगे तो प्राकृतिक हमारे साथ भी खिलवाड़ करेगी। जहां तक पर्यावरण प्रदूषण की बात है तो जो वायु प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण या फिर भूमि प्रदूषण है इसे दूर करने आवश्यक है इसके साथ ही जो वर्तमान में सबसे अहम मुद्दा जो लोगों के मन मस्तिष्क में प्रदूषण है उसे दूर करना अति आवश्यक है। क्योंकि मन मस्तिष्क का साफ रहना बहुत आवश्यक है जब मन मस्तिष्क साफ रहेगा तो पर्यावरण को साफ सुथरा रखा जा सकता है।

प्रकृति की ओर सोसाइटी के अध्यक्ष मोहन वाल्यानी ने कहा कि हमारी संस्था लगातार प्रकृति को बचाने के लिए साथ ही पर्यावरण को हरा भरा बनाने के लिए लगातार काम कर रही है हम चाहते हैं कि हर घर में और उसके आसपास हरा भरा हो इसके लिए हम लोगों को मोटिवेट भी करते हैं इसके साथ ही उन्हें फ्री में पौधे भी देते हैं ताकि पर्यावरण हरा भरा हो सके।

Asian News Special Program :  लोगों को करना होगा जागरूक

स्पर्श छत्तीसगढ़ के संस्थापक डॉ पुरुषोत्तम चंद्राकर ने कहा कि हमारी संस्था लगातार समाज को जागरूक करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने का काम कर रही है हम लगातार स्कूल कॉलेज और समय-समय पर जागरूकता अभियान चला कर लोगों को प्लास्टिक इस्तेमाल न करने की सलाह देने के साथ नाली और नदियों को स्वच्छ करने का काम करते हैं साथ ही रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक  करने का काम कर रहे हैं हमारी कोशिश है कि पर्यावरण को साफ सुथरा रखें और लोगों को जागरुक करें…

धारसीवा के पूर्व जनपद सदस्य  चूड़ामणि साहू ने कहा कि धरसीवा में वायु प्रदूषण का प्रकोप बहुत ज्यादा है नेशनल हाईवे बनने के बाद वहां कई तरह के समस्याएं सामने आ रही है उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया होने के कारण लोगों को रहने और सांस लेने में परेशानी हो रही है  वहां डस्ट और काले धुएं से आए दिन लोग बीमार पड़ रहे हैं इससे चर्म रोग, आंखों में लाली और सांस जैसी कई बीमारियां हो रही है।

 

स्कूल कालेज में भी दिया जाए तालीम

शिक्षिका आकृति शुक्ला ने कहा कि मैं शिक्षण संस्थान से जुड़ी हूं लेकिन मुझे बहुत अफसोस होता है कि आज जो शिक्षण संस्थान है उनका पर्यावरण या जन सरोकार से कोई वास्ता नहीं होता है क्या हम लोग बच्चों को पर्यावरण के बारे में सीख पाते हैं इसके साथ ही हम लोग पर्यवारण के लिए योगदान दे पाते हैं यह हमें और सभी शिक्षकों को भी समझना होगा। प्रकृति ने हमलोगो को बहुत कुछ दिया है ऐसे पौधे दिए हैं जो हमलोगों को फ्री में ऑक्सीजन देते है। जरूरत है बस उसे लगाने की ओर बचाने की, फिर धीरे-धीरे हमारा पर्यावरण स्वच्छ होगा जिससे परेशानी भी दूर होगी।

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शिवसेना के संजय नाग ने कहा कि पिछले कई साल से शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है हमारी संस्था शिवसेना ने कई बार शासन प्रशासन को उसको लेकर ज्ञापन भी सौपें हैं आज शहर के हर मोहल्ले में रोड की व्यवस्था बिल्कुल जर्जर हो चुकी है साफ सफाई का हाल भी खस्ता है इस समस्या को दूर करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

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