कोरिया। अनविभागीय अधिकारी राकेश कुमार साहू के दिशा निर्देश पर सोनहत स्थित एकलव्य बालक छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण 28 फरवरी 2025 को नायब तहसीलदार श्री परमानंद कौशिक और शुभ कोसले द्वारा किया गया। इस निरीक्षण में कई गंभीर कमियां उजागर हुईं हैं, जिसमें छात्रों की भोजन की गुणवत्ता, सफाई, और अधीक्षक द्वारा रखी गई पंजीकरण संबंधी जानकारी की कमी शामिल है। निरीक्षण के दौरान, छात्रों ने शिकायत की कि उन्हें भोजन के रूप में कच्चा खाना दिया जा रहा है और भोजन में कंकड़ भी मिलते हैं। छात्रों का कहना है कि उनकी भोजन की मात्रा भी अपर्याप्त है, जिससे उनकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके अलावा, बच्चों को उनके आवासीय कक्षों की सफाई के लिए भी खुद झाड़ू लगाने के लिए कहा जा रहा है, जो उनकी शिक्षा और विकास में बाधा डाल सकता है। शौचालय की स्थिति भी चिंताजनक रही, जहां बहुत गंदगी पाई गई। एक शौचालय तो निर्माणाधीन है, लेकिन उसकी स्थिति भी संतोषजनक नहीं पाई गई। ऐसे वातावरण में बच्चों का रहना बहुत कठिन है, जो उनकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। निरीक्षण के दौरान, छात्रावास अधीक्षक प्रदीप कुमार सिंह की उपस्थिति में खाद्यान्न पंजी, स्टॉक पंजी, मेस पंजी और आवक जावक पंजी जैसी महत्वपूर्ण पंजीकरणों की कमी सामने आई। दिसंबर 2024 के बाद से खाद्यान्न पंजी का संधारण नहीं किया गया है, जो प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है।
निरीक्षण के बाद, नायब तहसीलदार श्री परमानंद कौशिक ने कहा, “छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। यह बेहद आवश्यक है कि बच्चों को उचित खाने और स्वच्छता का माहौल मुहैया कराया जाए। हम इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर हल करेंगे।” छात्रावास के अधीक्षक प्रदीप कुमार सिंह ने कहा, “हमारे पास संसाधनों की कमी है, लेकिन हम बच्चों की भलाई के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।” हालांकि छात्रावास में कई कमियां पाई गई हैं, लेकिन अधीक्षक द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण से यह भी स्पष्ट होता है कि संसाधनों की कमी एक बड़ी समस्या है। प्रशासन की ओर से उचित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि बच्चों को एक सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण मिल सके। इस आकस्मिक निरीक्षण ने एकलव्य बालक छात्रावास की गंभीर समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। छात्रों की सुनवाई और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करना आवश्यक है। यदि प्रशासनिक स्तर पर सही कदम उठाए जाएं, तो बच्चों का जीवन स्तर सुधारने में मदद मिलेगी। आशा है कि इस निरीक्षण के बाद आवश्यक सुधार जल्दी किए जाएंगे ताकि छात्रों को बेहतर जीवन मिल सके।
एकलव्य बालक छात्रावास के आकस्मिक निरीक्षण में सामने आई गंभीर कमियां

01
Mar