महंगी पड़ेगी फसल की सुरक्षा

तार जाली, कांटा तार और सीमेंट पोल की बढ़ी कीमत

राजकुमार मल

भाटापारा- रबी फसल की तैयारी कर रहे किसानों के लिए जरूरी खबर। इस बरस सुरक्षा घेरे पर अच्छी-खासी रकम खर्च करनी पड़ेगी। यह इसलिए क्योंकि कांटा तार, तार जाली और सीमेंट पोल की कीमत में जोरदार वृद्धि हो चुकी है।

सुरक्षा घेरे में मांग का दूसरा दौर चालू हो चुका है। खरीफ में इस वर्ष डिमांड बेहतर निकली और कारोबार भी आशा के अनुरूप रहा। अब बारी है दूसरे दौर यानी रबी सत्र में मांग की। यह भी बेहतर जाएगी। यह सोच इसलिए बन रही है क्योंकि रबी फसल का रकबा न केवल बढ़ रहा है बल्कि सुरक्षा को लेकर किसान अब गंभीर हो चले हैं।

यह 65 से 70 रुपए

चैन लिंक फेंसिंग यानी तार जाली। हर गांव में नजर आता है। मजबूती बेमिसाल होती है इसकी। पुख्ता सुरक्षा देती है फसल को लेकिन इस मजबूती और पक्की सुरक्षा की सुविधा के लिए इस सत्र में इसकी प्रति किलो खरीदी 65 से 70 रुपए में करनी होगी। बड़ी मात्रा में खरीदी पर जरूर छूट दी जा सकती है लेकिन तय है कि यह रियायत 1 से 2 रुपए प्रति किलो से अधिक नहीं होगी।

कम नहीं कांटा तार

तार जाली के आने के बाद कांटा तार की मांग और खरीदी की मात्रा जरूर कम हुई है लेकिन किसानों का भरोसा अब भी बरकरार है। इसके अलावा इकाइयों में दीवार के ऊपर स्टील पोल के सहारे सुरक्षा घेरा बनाने की वजह से कांटा तार को नया बाजार मिला है। यही वजह कि कीमत के मामले में कांटा तार, तार जाली के सामने मजबूती के साथ खड़ा है। रही बात कीमत की, तो यह 68 से 70 रुपए किलो पर स्थिर है।

सहारा भी महंगा

तार जाली या कांटा तार। पोल की आवश्यकता अनिवार्य है। लोहे के पोल भले ही चलन में आ गए हों लेकिन सीमेंट पोल की अहमियत बनी हुई है पर इसकी खरीदी भी किसानों को महंगे में करनी होगी क्योंकि निर्माण के लिए जरूरी रेत, गिट्टी, छड़ और सीमेंट की कीमत बढ़ी हुई है। ऐसे में पक्का सुरक्षा घेरा बनाने के लिए सीमेंट के प्रति पोल की कीमत 120 से 140 रुपए चुकानी होगी।