South Bastar : फर्जी ग्रामसभा के माध्यम से ग्रेनाइड खदान का आंबटन
South Bastar : जगदलपुर । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने पत्रकार भवन में शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि दक्षिण बस्तर में आपात स्थिति बनी हुई है और प्रदेश की कांग्रेस सरकार निरंकुश है।
South Bastar : मुंडाकिसोली में फर्जी ग्रामसभा के माध्यम से ग्रेनाइड की खदान को आंबटन किया गया, जिन्हें खदान आबंटित की गयी, उन्हें सरकार का संरक्षण है। उन्होंने कहा कि आंध्र के ठेकेदार द्वारा तेन्दूपत्ता की खरीदी की गई थी, लेकिन करीब एक करोड़ रूपए का अब तक भुगतान नहीं किया गया है।
South Bastar : ग्रामीण पारिश्रमिक भुगतान को लेकर आंदोलन कर रहे है, लेकिन उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. इसमें कही न कही क्षेत्र के विधायक व मंत्री कवासी लखमा व सरकार की मिलीभगत है।
South Bastar : उन्होंने कहा कि रेगड़गटा व रामाराम में सरकारी आंकड़े के मुताबिक अब तक 62 लोगों की अज्ञात बीमारी से मौत हो चुकी है, लेकिन अब तक वहां तक न को कोई नेता व मंत्री पहुंचा और न ही प्रशासन के बड़े अधिकारी, जबकि सरकार के पास हेलीकाप्टर मौजूद है. खास बात यह है कि अब तक जिस बीमारी से लोगों की मौत हो रही है, उसकी पता तक नहीं चल पायी है।
South Bastar : सरकार डरी हुई है, यही कारण है कि उन्हें उन गांवों तक जाने से रोका गया है। इसके पहले क्षेत्र के नेता मनीष कुंजाम को भी उन गांवों तक जाने से रोका गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की संभगास्तरीय टीम रेगड़गटा जाने वाली थी, लेकिन किसी कारण नहीं जा पाई. कुल मिलाकर अब तक ना तो संभाग की स्वास्थ्य टीम गई और ना ही प्रदेश की स्वास्थ्य टीम आ पायी. उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान करने एक सप्ताह का समय दिया गया है।
इसके बाद राज्यपाल से मलाकात कर समस्या को अवगत करवाकर समाधान करने की मांग की जाएगी। इस दौरान सुधीर पांडे, आलोक अवस्थी व संयज उपाध्याय उपस्थित थे।
भाजपा शासनकाल में तत्काल मिली थी सहायता
उन्होंने कहा कि इस साल कोंटा क्षेत्र में भयावह बाढ़ आयी थी, जिसमें क्षेत्र के 6-7 सौ परिवार प्रभावित हुआ है, लेकिन अब तक उन्हें किसी तरह की राहत को लेकर कोई विशेष पहल नहीं हुई है। भाजपा शासनकाल में उनके सुकमा जिले के प्रभारी मंत्री रहते 2006 में भी बाढ़ आयी थी, उस समय प्रभावितों को सप्ताहभर के भीतर मुआवजा प्रदान किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री की छवि खराब करने में जुटे सीएम
केदार ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वास्थ्य मंत्री की छवि खराब करने लगे हैं और लोगों को मौत के मुंह में झोंक रहे हैं। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की लड़ाई का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है।
इस समय बस्तर में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहा है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की लड़ाई में बस्तर की आम जनता पिस रही है। पत्रकार वार्ता के दौरान सुधीर पांडे, आलोक अवस्थी एवं अन्य उपस्थित थे।