Shri Ramcharit Manas

Shri Ramcharit Manas

Shri Ramcharit Manas जल भरि नयन कहहिं रघुराई । तात कर्म निज तें गति पाई ।।

Shri Ramcharit Manas श्रीरामचरितमानस – विचार   Shri Ramcharit Manas जल भरि नयन कहहिं रघुराई । तात कर्म निज तें गति पाई ।। परहित बस जिन्ह के मन माहीं । तिन्ह कहुँ जग दुर्लभ कछु नाहीं । Shri Ramcharit Manas जटायु जी ने रावण का मार्ग रोका है, रावण उन्हें घायल कर सीता जी को […]

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Shri Ramcharit Manas

Shri Ramcharit Manas श्रीरामचरितमानस – विचार

Shri Ramcharit Manas तात लात रावन मोहि मारा । क़हत परम हित मंत्र बिचारा ।। तेहिं गलानि रघुपति पहिं आयउँ । देखि दीन प्रभु के मन भायउँ ।। Shri Ramcharit Manas रावण अपनी आधी सेना के मारे जाने पर कुंभकर्ण को जगाता है तथा सब बताता है । कुंभकरण उसे समझाता है और राम स्मरण

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Shri Ramcharit Manas

Shri Ramcharit Manas हैरत में डाल रहे हैं धार्मिक ग्रंथ, श्री रामचरितमानस सबसे अव्वल

राजकुमार मल   Shri Ramcharit Manas श्री शिव महापुराण, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड भी खूब     Shri Ramcharit Manas भाटापारा – धार्मिक ग्रंथ हैरत में डाल रहे हैं जैसे की  श्री रामचरितमानस और श्री शिव महापुराण ऐसे ग्रंथ हैं जिनके लिए अतिरिक्त आर्डर दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद मांगी जा रही संख्या में

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