Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – क्या सार्वजनिक उपक्रमों के दिन बदल रहे हैं ?

-सुभाष मिश्र अक्सर कांग्रेस नेता आरोप लगाते हैं कि देश के सार्वजनिक क्षेत्र को भाजपा लगातार निजी हाथों में सौंप रही है। इन सार्वजनिक क्षेत्र को स्थापित करने में पंडित नेहरू की बेहद अहम भूमिका रही है, लेकिन कालांतर में सरकारी कार्य संस्कृति के चलते बदहाली के भेंट चढ़ गए। तब इन बड़े उद्योगों को […]

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