Sydney Tower I : ऊँचाई से देखने का सुख

Sydney Tower I

– सिडनी से सुभाष मिश्र (प्रधान संपादक)

Sydney टॉवर ये एक आब्जर्वेशन टॉवर है जिसका निर्माण 1970 को प्रारंभ होकर 1981 को पूरा हुआ। यह आब्जर्वेशन टॉवर 25 सितंबर को जनता के लिए खोला गया। 19 माला का यह टॉवर सड़क से 250 मीटर ऊँचा है। इस टॉवर से आप 360 डिग्री चारों ओर देख सकते हैं। यहां पर दुनियाभर से पर्यटक आते हैं। दिसम्बर माह में क्रिसमस के अवसर पर यहां काफ़ी भीड़भाड़ रहती है। कुछ लोगों के लिए हाईयेस्ट प्ले ग्राउंड है तो कुछ के लिए बेहतरीन पिकनिक, फोटोशूट स्पाट। इसे सिडनी टॉवर आई भी कहा जाता है।
ऊँचाई से ज़मीन को देखना हमेशा रोमांच भरा होता है और यदि वह सिडनी को देखने की बात हो तो क्या ही कहने। आस्ट्रेलिया अपने आप में एक बड़ा आयलैंड है और उसका सबसे बड़ा शहर सिडनी का नजारा तो देखते ही बनता है। नीचे बहुमंजि़ला बिल्डिंगें, ऐतिहासिक भवन, ओपेरा हाऊस के साथ-साथ आपको सड़कों पर चलती गाडिय़ां, समुद्र के किनारे हार्बर पर खड़ी मोटर बोट, बड़े जहाज़, पेड़-पौधे, बाग-बगीचे, प्ले ग्राउंड सब कुछ देखकर अच्छा लगेगा।
अपने पिछले विदेश भ्रमण के समय हमने अमेरिका जिसे अब यूएसए कहा जाना पसंद किया जाता है वहां पर हमने न्यूयार्क एम्पायर स्टेट बिल्डिंग देखी । यह बिल्डिंग 102 मंजिली इमारत है। इसका नाम न्यूयॉर्क राज्य के उपनाम से लिया गया है। सन् 1931 में इस इमारत के निर्माण पूर्ण होने से लेकर वल्र्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टॉवर के 1972 में निर्माण तक चालीस सालों की अवधि में यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनी रही।
जो लोग फ्ऱांस में पेरिस जाते हैं वे सब एफिल टॉवर जाना नहीं भूलते। इसका निर्माण 1887-1889 में शैम्प-दे-मार्स में सीन नदी के तट पर पैरिस में हुआ था।
यह पर्यवेक्षण टॉवर रेडियो प्रसारण टॉवर के रूप में भी काम में आता है। उसी तरह आस्ट्रेलिया आने वालों का मन Sydney और Sydney की सबसे ऊँचे आब्जर्वेशन आई टावर से समूची Sydney को खुली आँखों या दूरबीनों के सहारे अपने स्मृति पटल पर दर्ज कर लेने की ख्वाहिश होती है।
यूँ तो Sydney का यह आई टॉवर काफ़ी इंचा है किन्तु मनुष्य की लालसा बहुत ऊँचे तक आसमान की ऊँचाइयों तक जाने की हमेशा से रही है। मेरे मित्र सूरज राय सूरज का एक मशहूर शेर है –
गऱ चाहते हो देखना मेरी उड़ान को
तो पहले जाकर ऊँचा करो आसमान को।

इस समय दुनिया की सबसे ऊँची बिल्डिंग दुबई में बुर्ज ख़लीफ़ा है। संयुक्त राष्ट्र अमीरात का बुर्ज ख़लीफ़ा की ऊँचाई 2717 फ़ीट है और इसमें 163 फ़्लोर है इसका निर्माण 2010 में हुआ। दुनिया का दूसरा बड़ी बिल्डिंग शंघाई टॉवर है जो चीन में है । 2015 में निर्मित इस बिल्डिंग की ऊँचाई 2073 फ़ीट है और इसमें 128 फ़्लोर हैं। सऊदी अरब के पवित्र स्थल मक्का में अबराज अल बैत क्लॉक टॉवर है जो 1972 फ़ीट ऊँची है और जिसका निर्माण 2012 में हुआ। यह 120 मंजि़ला भवन है। इसके अलावा भी दुनिया में ऊँची-ऊँची इमारतें हैं । अमेरिका में वल्र्ड ट्रेड सेंटर बिल्डिंग हादसे के बाद वहां 2014 में वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बनाया गया जिसकी ऊँचाई 1776 फ़ीट है। इसे फ्ऱीडम टॉवर के नाम से भी जाना जाता है।
सामान्यत: जब हम ऊँचाई पर होते हैं तो हमें सब बौने लगने लगते हैं। अचानक से ऊँचाई पर पहुँचे लोग सीढ़ी दर सीढ़ी चढऩे की मेहनत को नहीं जानते। यदि आप मेरे प्रिय कवि विनोद कुमार शुक्ल की तरह विश्व दृष्टि रखते हैं तो आप ये भी महसूस कर सकते हैं।
दूर से अपना घर देखना चाहिए
मजबूरी में न लौट सकने वाली दूरी से अपना घर
कभी लौट सकेंगे की पूरी आशा में

सात समुन्दर पार चले जाना चाहिए.
जाते जाते पलटकर देखना चाहिये
दूसरे देश से अपना देश
अन्तरिक्ष से अपनी पृथ्वी
तब घर में बच्चे क्या करते होंगे की याद
पृथ्वी में बच्चे क्या करते होंगे की होगी
घर में अन्न जल होगा की नहीं की चिंता
पृथ्वी में अन्न जल की चिंता होगी
पृथ्वी में कोई भूखा
घर में भूखा जैसा होगा
और पृथ्वी की तरफ लौटना
घर की तरफ लौटने जैसा.

घर का हिसाब किताब इतना गड़बड़ है
कि थोड़ी दूर पैदल जाकर घर की तरफ लौटता हूँ
जैसे पृथ्वी की तरफ

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU