Saraipali Vananchal Village Sirpur वनांचल ग्राम सिरपुर में सात दिवसीय राम कथा का धार्मिक आयोजन प्रारम्भ
Saraipali Vananchal Village Sirpur सरायपाली – सरायपाली के सीमावर्ती व वनांचल ग्राम सिरपुर के ग्रामवासियों द्वारा सप्तदिवसीय राम कथा का धार्मिक आयोजन किया गया।कथा वाचिका पूजाकिशोरी जी के मुखारवृन्द से आसपास के सैकड़ो श्रद्धालु भक्तों ने भक्तिमय वातावरण में रामकथा का श्रवण किया।सप्तदिवसीय इस रामकथा कार्यक्रम में वंदेमातरम् सेवा संस्थान के उपाध्यक्ष,समाज सेवी,शिक्षक, गोपनाथ आश्रम विद्या मंदिर हा.से.स्कूल जोगनीपाली के संचालक जन्मजय नायक शामिल हुए।
इस अवसर पर नायक ने व्यासपीठ के मंच से संबोधित करते हुए कहा-जिस प्रकार प्रभु श्रीराम राजा होकर भी सदैव प्रजा की सेवा में जीवन समर्पित कर दिया वैसे ही मैं भी अपने जीवन को सेवा कार्य में समर्पित करने का निश्चित कर लिया है।नायक ने आगे कहा कि अब तक मैंने भगवान राम के गिलहरी सेवक की भाँति जहॉं-जहाँ भी अवसर मिला अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी छोटी-छोटी सेवा कार्यों के साथ विविध विद्यालयों में अवैतनिक शिक्षकीय सेवा कार्य जारी रखा।
Saraipali Vananchal Village Sirpur लेकिन अब इस दायरे को व्यापक करना चाहता हूँ इसलिएअब मैंने बच्चों के माध्यम से समाज सेवा का रास्ता चुन लिया हैऔर इसके लिए मैंने गोपनाथ आश्रम विद्या मंदिर को संचालित करने का करने निर्णय लिया है।हम पूरी टीम भावना से कार्य करते हुए बहुत ही कम शुल्क में बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ उन्हें अध्यात्म,संस्कार,सेवा,समर्पण से जोड़ेंगे तथा सनातन धर्म को घर-घर पहुँचाने व धर्म जागरण तथा अध्यात्म के भाव से काम करते हुए तकनीकी एवं नैतिक मूल्यों में सामंजस्य स्थापित कर वैश्विक परिदृश्य में भविष्य के लिए सशक्त एवं सक्षम बनाऐंगे।
नायक ने आगे कहा-आज जहाँ अंग्रेजी का वातावरण और पाश्चात्य संस्कृति की प्रभावशीलता ऊफान पर है,नैतिकता और संस्कार बच्चों से छीनती जा रही है,वहीं ऐसी प्रतिकूलताओं और दुविधाओं के बीच मैंने विद्यालय के माध्यम से बच्चों की दशा और दिशा को ठीक कर,उचित शिक्षा के माध्यम से,नैतिकता,संस्कार,सेवा,समर्पण वाली एक पीढ़ी तैयार करने का दृढ़संकल्प कर लिया है क्योंकि दृढ़संकल्प से दुविधा की बेड़ियाँ कट जाती हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के संस्थापक गोपनाथ गुरुजी,उपसंचालक दुर्गा चरण नायक, संचालन सहयोगी देवेन्द्र पटेल, चतुर्भुज बढ़ाई एवं कथा प्रेमी श्रद्धालुजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।