Narmada above the danger mark- खतरे के निशान के ऊपर नर्मदा, राजघाट बना टापू

Narmada above the danger mark, Rajghat became an island

गांवों के डूबने का खतरा

राजघाट मार्ग की पहली पुलिया जलमग्न

 

बड़वानी। प्रदेश सहित जिले में हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। इसी कड़ी में नर्मदा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। बड़वानी जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर राजघाट में नर्मदा का जलस्तर करीब 131.800 मीटर तक पहुंच गया है।

खतरे के निशान से करीब 8.500 मीटर ऊपर बह रही नर्मदा नदी तटीय गांवों में फिर डूब का खतरा मंडराने लगा है। कछार क्षेत्र में हुई वर्षा और ऊपरी बांधों की टरबाइन से पानी छोडऩे से शहर के समीप नर्मदा नदी का जलस्तर सोमवार सुबह खतरे के निशान से करीब 8.500 मीटर ऊपर पहुंच गया। नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जलस्तर 131.800 मीटर से अधिक होने पर अब राजघाट से सटे खेत जलमग्न होने लगे हैं। राजघाट टापू पर जाने-आने के लिए अब सड़क पर नाव व बोट चलना शुरू हो गया है।

वर्ष 2019 से सरदार सरोवर बांध को पूर्ण निर्धारित क्षमता 138.600 मीटर तक भरा जा रहा है। सोमवार सुबह नर्मदा का जलस्तर करीब 131.800 मीटर के करीब पहुंच गया। इससे राजघाट मार्ग की पहली पुलिया जलमग्न हो गई है। कुछ किसानों के खेतों में जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। राजघाट टापू पर कुछ परिवार अब भी निवासरत हैं, इन्हें गुजरात में जमीन दी गई थी लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हैं और यहीं आसपास जमीन दी जाने की मांग कर रहे हैं। खतरे के निशान के ऊपर नर्मदा के पहुंचने पर जिला प्रशासन व एनवीडीए विभाग भी अलर्ट हो गया है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU