Madhya Pradesh Education शिक्षा के लिए सैकड़ों छात्राओं का प्रतिदिन 8 किलोमीटर का कष्टदायी पैदल सफर

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Madhya Pradesh Education शिक्षा के लिए सैकड़ों छात्राओं का प्रतिदिन 8 किलोमीटर का कष्टदायी पैदल सफर

Madhya Pradesh Education बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के पाटी विकासखण्ड के बुदि की सैकड़ों छात्राओं को कथित तौर पर योजना बनाने वालों की त्रुटि के चलते प्रतिदिन उनके विद्यालय पहुंचने और छात्रावास लौटने के लिए 8 किलोमीटर का कष्टदायी सफर करना पड़ता है।

Madhya Pradesh Education बड़वानी जिला मुख्यालय से 24 किलोमीटर दूर पाटी विकासखंड के बुदि में 4 शासकीय छात्रावास स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा 400 क्षमता का एकलव्य आवासीय विद्यालय भी है। 4 शासकीय छात्रावासों के छात्र और छात्राओं को वहां से दो और 4 किलोमीटर दूर स्थित अपने विद्यालयों की ओर जाना होता है।

Madhya Pradesh Education शासकीय कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत 100 छात्राओं को प्रतिदिन 4 किलोमीटर दूर पाटी विकासखंड मुख्यालय से 2 किलोमीटर आगे बोकराटा रोड स्थित उनके शासकीय मॉडल स्कूल जाना होता है। वहीं शेष तीन छात्रावास के छात्र छात्राओं को 2 किलोमीटर दूर पाटी स्थित उत्कृष्ट विद्यालय का सफर करना होता है।

Madhya Pradesh Education शासकीय कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की कक्षा बारहवीं की राधे सस्ते ,लक्ष्मी नरगावे, रैना सस्ते और अन्य छात्राओं ने बताया कि वह प्रतिदिन 4 किलोमीटर दूर कच्ची सड़क के रास्ते से अपने शासकीय मॉडल स्कूल पहुंचती है और शाम को फिर उसी रास्ते से अपने छात्रावास लौटती हैं। प्रतिदिन पैदल आने जाने में करीब 2 घंटे का समय जाया होता है, और काफी थकान हो जाती है। थकान के चलते ज्यादा पढ़ाई भी नहीं हो पाती।

Madhya Pradesh Education उन्होंने बताया कि लौटने के दौरान कई बार अंधेरा भी हो जाता है और डर भी लगता है। तीन अन्य हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्हें 2 किलोमीटर दूर पाटी स्थित अपने उत्कृष्ट विद्यालय जाना होता है और शाम को लौटना होता है।

शासकीय कस्तूरबा गांधी छात्रावास की अधीक्षिका द्रौपदी डाबर ने बताया कि वह बच्चियों को खाना खिलाकर भेजती है जो छात्राएं भोजन नहीं करती उन्हें टिफिन दे देती हैं। उन्होंने बताया कि एक चौकीदार छात्राओं को छोड़ने और लेने जाता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या से सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी अवगत हैं। उन्होंने कहा ‘अधिकारियों ने साइकिल प्रदान करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन सड़क नहीं होने के चलते मैंने मना कर दिया।’

सरपंच बादल जमरे ने बताया ‘इस तरह की व्यवहारिक परेशानी के मद्देनजर ग्राम पंचायत में प्रस्ताव भी पारित कर सड़क बनाने की योजना बनाई गई थी लेकिन वह क्रियान्वित नहीं हो पाई।’ उन्होंने बताया ‘बारिश के मौसम में अत्यधिक परेशानी होती है और यहां सड़क निर्माण के अलावा छात्राओं के लिए बस की व्यवस्था भी होना चाहिए।’

पाटी की विकास खंड शिक्षा अधिकारी राज श्री पंवार ने बताया कि हाल ही में राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलंकी ने छात्रावास का दौरा कर उनकी परेशानियों को समझा था। उन्होंने बताया ‘ मैं 2018 में स्थापित इस छात्रावास से विद्यालय की दूरी को लेकर छात्राओं को होने वाली परेशानी के बारे में कई बार जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य अधिकारियों को सूचित कर चुकी हूँ।’

उन्होंने बताया ‘पाटी के मॉडल स्कूल को सीएम राइज स्कूल में शामिल कर लिया गया है और अब वहां हॉस्टल भी बनाया जाएगा जिससे इस समस्या का निदान हो जाएगा।’

इस बारे में राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुमेर सिंह सोलंकी ने अपने जारी वीडियो बयान में कहा कि छात्रावास के निर्माण के समय अधिकारियों ने इस दिक्कत की ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वे कोशिश कर रहे हैं कि या तो विद्यालय के पास छात्रावास बन जाए या छात्रावास के पास विद्यालय।

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