उमेश कुमार डहरिया
Korba News गांधी और शास्त्री के प्रतिमा पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण अर्पित कर किया स्मरण
Korba News कोरबा। गांधी चौक कोरबा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती कार्यक्रम में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर उनके प्रतिमा पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।
Korba News इस मौके पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि युगपुरुष महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के व्यापक महत्व को समझा और अपने आप में आत्मसात किया। महात्मा गांधी जैसा कहते थे, करके दिखाते थे।
वे समग्र मानवता के कल्याण और सर्वोदय के लिए प्रयास करते थे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी विश्व के युग महापुरुषों में से थे उन्हें किसी एक भौगोलिक परिधि के सीमित दायरे में अथवा किसी जाति विशेष, सम्प्रदाय या परम्परा के अंतर्गत रखे जाने का विचार भी लाना असंगत होगा।
Korba News जिलाध्यक्ष सपना चौहान ने अपने उद्बोधन में बताया कि महात्मा गांधी ने उनके निधन के एक दिन पूर्व अपनी भतीजी-पौत्री मनु से कहा था-यदि किसी ने मुझ पर गोली चला दी और प्राण त्याग करते समय मैं राम का नाम लिया तो मुझे महात्मा कहना और दूसरे ही दिन महात्मा गांधी को गोली लगी और उन्होंने राम का नाम लिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में गांधी चौक पर स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया और कीर्तन भजन का आयोजन किया गया। तत्पश्चात् पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा भारत में ब्रिटिश शासन का समर्थन कर रहे भारतीय राजाओं की महात्मा गांधी द्वारा की गई निंदा से अत्यंत प्रभावित हुए। लाल बहादुर शास्त्री जब केवल ग्यारह वर्ष के थे तब से ही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कुछ करने का मन बना लिया था।
कोरबा ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि स्वतन्त्रता की लड़ाई में शास्त्री जी ने ‘मरो नहीं मारो’ का नारा दिया, जिसने पुरे देश में स्वतन्त्रता की ज्वाला को तीव्र कर दिया. शास्त्री जी एक ‘गाँधी-वादी’ नेता थे, जिन्होंने सम्पूर्ण जीवन देश और गरीबो की सेवा में लगा दिया।
इस मौके पर प्रेमलता मिश्रा, हृदय शंकर यादव, एफडी मानिकपुरी, महेन्द्र थवाईत (गुडडू), बच्चूलाल मखवानी, गजानंद प्रसाद साहू, शांता मंडावे, नफीसा हुसैन, राजेश यादव, गिरधारी बरेठ, गीता गभेल, बनवारी पाहुजा, पुष्पा पात्रे, ममता अग्रवाल, रश्मि सिंह, प्रदीप जायसवाल, राकेश देवांगन, मणीशंकर, सुनीता तिग्गा, केशरसिंह राजपूत, सुनील ठाकुर, रजनी सिंह, विमला सिंह, मधु सिंह, जमुना सिंह, हीरा साहू, सरिता साहू, निरजा सिंह, रेखा सिंह, रजनी महंत, मुस्लिम खान, निजामुद्दीन सहित कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।