भुवनेश्वर प्रसाद साहू
kasdol breaking वर्तमान में आवास जैसे गैर जरुरी मुद्दे को प्राथमिकता दी गई !
kasdol breaking धान खरीदी के भाजपा के घोषणा पत्र में 21 क्विंटल और 3100 रुपये के वादे पर , अब शंका के बादल
kasdol breaking कसडोल ! छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा की सरकार बने दस दिन से भी अधिक हो गया है परंतु किसानों के धान लेने संबंधी आदेश देरी से देने और समय सीमा नहीं बढ़ाने पर , हो सकता है लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान !
कर्ज की राशि की वसूली से भी नाराजगी
कुछ किसानों ने इस वर्ष बढ़-चढ़ कर लिया था कर्ज !
kasdol breaking : 1 साल की कर्ज माफी , 4 साल विकास की रफ्तार को रोक देता है पर कुछ किसान ऐसे भी हैं जो सहकारी समिति से कर्जा लेकर बाजार में तीन प्रतिशत से पांच प्रतिशत तक ब्याज पर रुपयों को , लोगों को दे देते थे ! कर्ज माफी की उम्मीद लगाए ऐसे किसानों को निराशा हाथ लगी है !
भाजपा सरकार द्वारा दो वर्षों का बोनस देने की घोषणा तो कर दिया गया है किंतु अभी तक इसके लिए जरूरी जानकारी नहीं मांगी गई हैं ! वहीं दूसरी ओर नए समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी को लेकर भी कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुआ है ! ऐसी स्थिति में किसानों के मन में संशय की स्थिति नजर आ रही है !
कुछ लोग तो इस मामले में भूपेश बघेल की तारीफ कर रहे हैं कि किसान पुत्र ही , किसानों के दर्द को समझ सकता हैं ! जिन्होंने 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के 2 घंटे के अंदर ही किसानों को कर्ज माफी का तोहफा दिया था ! भाजपा की वर्तमान सरकार ने धान खरीदी के आदेश देने के बजाय आवास निर्माण जैसे गैर जरूरी मुद्दे को प्राथमिकता दिया !
आने वाले लोकसभा चुनाव सन 2024 में भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार को किसानों के हित में तत्काल फैसला नहीं लेने से भारी नुकसान हो सकता है क्योंकि किसानों और आम जनता ने जिस उम्मीद के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ राज्य में बनाई है उस उम्मीद में अभी से शंका के छेद हो गए हैं !