Indian Rupees : भारतीय रुपये का दुनियाभर मे बज रहा डंका, कई देशों ने भारतीय करंसी में लेनदेन को दी मंजूरी
Indian Rupees : श्रीलंका मे भी की भारतीय रुपया को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा के रूप में मंजूरी दे दी है। अब भारत और श्रीलंका के बीच भारतीय मुद्रा में बिजनेस हो सकेगा। यही नहीं, भारतीय नागरिक श्रीलंका में पर्यटन के लिए से भी भारतीय मुद्रा का यूज कर सकेंगे
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Indian Rupees : श्रीलंका पहला ऐसा देश नहीं है, जिसने भारतीय मुद्रा को अपने यहां मजूरी दी है। इसके पहले भी कई देश भारतीय रुपये को मान्यता दे चुके हैं। इससे साफ है कि भारतीय रुपया का दुनियाभर में डंका बज रहा है। अगर कहें कि अब भारतीय मुद्रा डॉलर और पाउंड को टक्कर देने की तैयारी में है तो यह आश्चर्य वाली बात नही होगी
चलिये जानते हैं कि भारतीय मुद्रा का किस तरह से दुनियाभर में नाम कमा रहा है? अबघी तक कितने देशों ने भारतीय मुद्रा में बिजनेस को मंजूरी दी है? और कितने देशों में वोस्ट्रो खाते खुलने लगे हैं? इसका आम लोगों को क्या फायदा होगा सब कुछ जानते है
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अभी तक कितने देशों ने भारतीय मुद्रा में लेनदेन को मिली मंजूरी
RBI के मुताबिक, दुनियाभर के 64 देश भारत के साथ रुपए में बिजनेस करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इसमें जर्मनी, इस्राइल जैसे बड़े देश शामिल हैं। पहली बार यूरोपीय यूनियन में शामिल देश जर्मनी एशिया की किसी मुद्रा भारतीय मुद्रा रुपये के साथ बिजनेस करने के लिए सामने आया है
भारत और भारतीय लोगों इसका क्या होगा फायदा
आर्थिक मामलों के जानकार प्रो. प्रह्लाद कहते हैं, ‘अब तक दूसरे देशों से बिजनेस के दौरान डॉलर खर्च किया जाता था । इसके कारण विदेशी मुद्रा भंडारण में डॉलर की कमी सी होने लगती है।
जिसके कारण देश की आर्थिक विकास दर में गिरावट देखने को मिलती है और कर्ज भी बढ़ता है। लेकिन दूसरे देशों से रुपये में लेन-देन से भारतीय बिजनेस पर कम जोखिम होगा। कच्चे तेल सहित जो भी उत्पाद दूसरे देशों से मंगाया जाता है
उसका लेंन देंन रुपये के जरिये से किया जाएगा। इससे हर साल अरबों डॉलर की बचत होगी । मुद्रा की अस्थिरता से सुरक्षा मिलेगी। इससे कारोबार की लागत घटेगी और व्यापार का बेहतर तरीके से विकास होगा।
बास यही नहीं, डॉलर सहित विदेशी मुद्रा भंडार रखने की जरुरत भी कम होगी। विदेशी मुद्रा खासकर डॉलर पर निर्भरता घटने से भारत पर बाहरी प्रभावों का असर कम से कम पड़ेगा