Durg City Bus कबाड़ में तब्दील सिटी बस : अब देखना होगा कब तक सड़कों पर दौड़ती है सिटी बस
Durg City Bus दुर्ग ! भाजपा सरकार के रहते ही 2015 में प्रदेश में सिटी बस की शुरुआत की गई थी, उसके बाद दुर्ग ज़िले में सिटी बस दो-तीन साल अच्छा चला और कोविड 19 के कारण सिटी बस बंद हो गए, वही 70 सिटी बस सुपेला के बस स्टैंड में खड़ा करना पड़ा, लंबे समा से खड़े खड़े सिटी बस कंडम हो गए, सिटी बस में ना तो उसका टायर बचा, ना तो सेट, ना ही इंजन, पूरा सिटी बस कबाड़ में तब्दील हो चुका है !
वही कुछ दिनों पहले भिलाई नगर निगम द्वारा 10 सिटी बस भी चालू कराया गया था, लेकिन 60 सिटी बस अभी भी खंडार में पड़ा हुआ है, अब सत्ता परिवर्तन के बाद फिर एक बार भाजपा की सरकार प्रदेश में बन गई है अब देखना होगा सिटी बस कब तक सड़कों पर दौड़ती है।
Durg City Bus आपको बता दे कि केंद्र सरकार ने ग्रामीण इलाकों को शहर से जोड़ने तथा सस्ते दर पर आवगमन के लिए साल 2015 में यह योजना शुरू की थी। जिसके तहत दुर्ग-भिलाई अर्बन सोसाइटी द्वारा जिले में सिटी बसों का संचालन किया जा रहा था। जिले में कुल 70 बसों का संचालन सोसाइटी से अनुबंधित एजेंसी दुर्ग भिलाई ट्रांजिट प्राइवेट लिमिटेड सुपेला के द्वारा किया जा रहा था। दुर्ग-भिलाई में 130 करोड़ की लागत से यह योजना शुरू की गई थी।
शुरुआत में 115 बसों का लक्ष्य था, लेकिन दुर्ग जिले के लिए सिर्फ 70 बसें ही उपलब्ध कराई गई। उसमें भी 56 बसें ही सड़कों पर दौड़ रही थी। एक बस जल गई थी। 13 नई बसें परमिट नहीं मिलने के चलते संचालित नही हो सकी। कोविड के दौरान बन्द होने के बाद तीन साल में 56 बसें भी कबाड़ हो गई।
Durg City Bus स्थिति यह रही कि ठेका एजेंसी बसों टायर तक नहीं बदल सकी। वही वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने सिटी बस को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से चर्चा की है और सिटी बस का फाइल मंगाया है, देखना होगा विधायक रिकेश सेन कब तक सिटी बस चालू करवाते हैं, क्योंकि सिटी बस का हाल बेहाल है, वही विधायक रिकेश सेन ने बताया कि नगर निगम से सिटी बस का फाइल मंगाया है और उसे स्टडी करने के बाद पता चला है कि राज्य सरकार का बड़ा नुकसान हुआ है, भिलाई नगर निगम के संचित निधि का 10 लाख रुपए का भी उपयोग हुआ है, फिर से सिटी बस को चालू करना हैं,साथ ही सिटी बस में काफी भ्रष्टाचार भी हुआ है उसे भी जल्द उजागर करूंगा।
रिकेश सेन, विधायक वैशाली नगर