Construction of Ram temple in Ayodhya बालों से रथ खींच रहे संत का महोबा में हुआ भव्य स्वागत

Construction of Ram temple in Ayodhya

Construction of Ram temple in Ayodhya बालों से रथ खींच रहे संत का महोबा में हुआ भव्य स्वागत

Construction of Ram temple in Ayodhya महोबा !   अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने पर सिर के बालों से रथ खींच कर जाने की अनूठी कसम लेने वाला मध्य प्रदेश के दमोह जिले के संत का आज महोबा पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।

रामभक्तों ने इस दौरान जमकर नारेबाजी की। संत ने हनुमान मंदिर में माथा टेक आगे की रवानगी की। इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में लोगो की भीड़ उमड़ी।

Construction of Ram temple in Ayodhya मध्य प्रदेश में दमोह जिले में स्थित मठ के महंत बद्री प्रसाद आज राम जानकी की प्रतिमाओ वाला अपना रथ बालो से खींचते हुए 171 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर महोबा पहुंचे। कानपुर.सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुख्यालय के बजरंग चोक में सैकड़ो की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओ ने उनका पुष्प वर्षा कर जोर दार स्वागत किया । इस दौरान लोगों ने जय श्रीराम के जमकर नारे लगाए। सन्त ने कहा कि 1992 में की गई अपनी प्रतिज्ञा के चलते वह बालों से राम.जानकी के रथ को खींचते हुए अयोध्या लेकर जाएंगे। जहां उनके व्रत की पूर्णता होगी।

Construction of Ram temple in Ayodhya महंत बद्री प्रसाद ने कहा कि महोबा से अयोध्या तक की 571 किलोमीटर की यात्रा के लिए उन्हें संजीवनी प्रदान करने को प्रभु श्रीराम का हर पल स्मरण ही प्रमुख सहारा है। श्रीराम की प्रेरणा से ही वह अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि रास्ते मे राम भक्तों का समूह उनके संबल को बढ़ाता है। महंत बद्री प्रसाद ने यह बात पूरी दमदारी से कही की देश मे नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद पर और यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते ही अयोध्या में राम मंदिर में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा का बड़ा कार्य सम्भव हो सका। इस ऐतिहासिक कार्य से सनातन जगत में भारी उमंग.उल्लास का माहौल है।

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उधर इस अनूठी यात्रा के नगर आगमन पर विश्व हिंदू परिषद ओर उसके अनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विशाल कार्यक्रम को आयोजित कर इसे यादगार बना दिया। पूर्व प्रधानाचार्य व समाजसेवी शिव कुमार गोस्वामी ने कहा कि महंत बद्री प्रसाद द्वारा रथ को अपनी जटाओं से खींच कर अयोध्या ले जाना वास्तव में अद्भुत है। यह ईश्वरीय कृपा का द्योतक है।

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