Gariyabnd news : कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की, आज संविधान बचाने का ढोंग करने का भी उन्हें हक नही : चंद्रशेखर साहू

भाजपा द्वारा आपातकाल स्मृति दिवस के रूप में मनाया

 

गरियाबंद। 25 जून को आपातकाल की 50 वी वर्षगांठ भाजपा द्वारा आपातकाल स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर नगर के शिशु मंदिर में आपातकाल एवम लोकतंत्र की हत्या विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। साथ ही मीसा बंदी रहें जीडी उपासने, लोचन साहू, महेंद्र जैन, तथा परिवार के सदस्य मुरलीधर सिन्हा, बलदेव सिंह हुंदल, गुरुनारायण तिवारी का साल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा की 25 जून का काला दिन देश के इतिहास में लोकतंत्र पर लगा सबसे बड़ा काला दाग है। कांग्रेस कभी इस दाग को धो नही सकती। जिस तरह कांग्रेस ने प्रजातंत्र के चारो स्तंभों के अधिकारों का हनन किया। सत्ता बचाने देश में संवैधानिक अधिकार का दुरुप्रयोग किया, लोकतंत्र की हत्या कर दी। इसे देश कभी भूल नहीं सकता है। कांग्रेस ने जनसंघ सहित सभी विपक्षी दलों के नेताओ और कार्यकर्ताओ को कारावास से भी गंभीर सजा दी। बिना नियम कानून के महीनों जेल में भर दिया गया। विपक्ष और मीडिया की आवाज दबा दी गई। एक लाख 40 हजार लोगो को बंदी बना दिया गया। स्कूली छात्रों को भी नही छोड़ा गया। ये भारत के इतिहास का सबसे बुरा दिन था। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आज यही लोग संविधान की दुहाई दे रहे है। उन्हे शर्म आनी चाहिए लज्जा आनी चाहिए। आज कांग्रेस नजर नहीं मिला सकती है।

कार्यक्रम में राजिम विधायक रोहित साहू ने कहा कि आपातकाल ऐसा काला अध्याय है जिसे कभी देश भुल नही सकता है। इस घटना में देश ने जहां अपनी अस्मिता खोई वही कांग्रेस ने बाबा साहब के संविधान का अपमान किया। आज कांग्रेस को खुद को संविधान का हितैषी बताने का नैतिक अधिकार नही है।

संगोष्ठी में जिला अध्यक्ष राजेश साहू ने कहा कि 25 जून 1975 में कांग्रेस ने संवैधानिक संसाधनों का दुरुप्रयोग कर देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा द्वारा चुनाव निरस्त करने के बाद इंदिरा गांधी ने अपना सांसद पद, अपनी सरकार सत्ता बचाने तानाशाही की। देश इसे कभी नहीं भूल सकता है।

इस दौरान आपातकाल में कांग्रेस के यातना से प्रताड़ित नगर के जीडी उपासने, ग्राम कुटैना निवासी लोचन साहू ने भी अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि इस काले दिन को आजीवन नहीं भूल सकते है। इस वक्त जो यातनाएं सही, उसे याद कर आज भी आंख भर आती है। हमें जेल डालकर परिवार को प्रताड़ित किया गया। परिजनों से मिलने तक नहीं दिया गया। कई लोग अपने परिजनों की अंतिम दर्शन नहीं कर पाए। इस काले दिन के हम साक्षी है।  आभार जिला महामंत्री अनिल चंद्राकर ने व्यक्त किया। मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता घनश्याम सिन्हा, नंदा स्वामी पदमशाली, जीडी उपासने, अनूप भोसले, जिला मंत्री मिलेश्वरी साहू, जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, विनोद यादव, मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके, संदीप पाण्डेय, दुलार सिन्हा, परसराम देवांगन, धनंजय नेताम, दीनू राम सिन्हा, बिंदु सिन्हा, तारकेश्वरी साहू, मनीष हरित, राजू साहू, गुलेश्वरी ठाकुर, वंश सिन्हा, गुलसन सिन्हा, युगल समदरिया, प्रह्लाद ठाकुर, अभिमन्यु ध्रुव, परमेश्वर सेन, पुष्पा साहू, पुष्पक देवांगन, विनोद नेताम सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि कांग्रेस आज देश में संविधान बचाने की दुहाई दे रही है। जिस पार्टी के लोगो ने देश में आपातकाल लगाया जिन्होंने लोकतंत्र की हत्या की, जनतंत्र की हत्या की ऐसे लोगों आयना दिखाने की जरूरत है। कांग्रेस ने प्रजातंत्र के चार स्तम्भ न्याय पालिका, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया की आजादी छीनी। आज भी 18वी लोकसभा में जैसे अमर्यादित व्यवहार कांग्रेस का देखने की मिल रहा वह शर्मनाक हैं। आज भी कांग्रेस के कृत्य को देखकर कहा जा सकता है कि कांग्रेस संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करने में नाकाम है और सत्ता में आने के लिए किसी भी असंवैधानिक कृत्य के लिए भी पीछे नहीं हटेगी।

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