Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए पहाड़ी युवाओं में बढ़ी खास दिलचस्पी

Chandrayaan-3 :

Chandrayaan-3 चन्द्रयान की सफलता के बाद ‘एस्ट्रो विलेज’ पर बढ़ी युवा पीढ़ी की उत्सुकता

 

Chandrayaan-3 चमोली  !  चंद्रमा पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए पहाड़ के युवाओं खास कर छात्रों ने और अधिक उत्सुकता बढ़ी है ।


Chandrayaan-3 उत्तराखंड ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण चमोली के लगते क्षेत्र बैनीताल में उत्तराखंड सरकार के मिशन के तहत चमोली प्रशासन ने ‘एस्ट्रो विलेज’ बनाया है। यहां पर अतंरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाए जा रहे हैं।

इस ‘एस्ट्रो विलेज’ में स्टार गेजिंग एवं एस्ट्रो फोटाग्राफी इवेंट भी समय समय आयोजित हो रहे हैं। जिसमें न सिर्फ स्थानीय छात्र छात्राएं बल्कि देश दुनिया से आ रहे पर्यटक और विज्ञान के अन्वेषी पहुंच रहे हैं ।

डॉब सोनियन, थाउजेंट ऑक्स, पिन हॉल कैमरा एवं अन्य उपकरणों के माध्यम से खगोलीय नक्षत्र, तारें, ग्रहों को दिखाने के साथ ही उनके बारे महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही है।


जिला प्रशासन चमोली ने पर्यटन विभाग के तत्वाधान में खगोलीय घटनाओं के दिलकश और रहस्यमयी नजारों को बेहद करीब से दिखाने के लिए ‘एस्ट्रो विलेज’ बेनीताल में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें दूर-दूर से आए खगोल प्रेमियों और स्थानीय लोगों ने बडे उत्साह के साथ प्रतिभाग किया जा रहा है।


‘एस्ट्रो विलेज’ के बारे में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि पर्यटक स्थल बेनीताल को एक एस्ट्रोविलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पर स्टार गेजिंग एवं एस्ट्रो फोटाग्राफी इवेंट का आयोजन हो चुके हैं , जिसमें बाहर से भी एक्सपर्ट बुलाए गए ।विशेषज्ञों द्वारा यहां पर स्थानीय लोगों को स्टार गेजिंग एस्ट्रोनॉमी के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि स्थानीय लोग एस्ट्रो की जानकारी लेने के बाद इसको एक स्वरोजगार की तरह अपना सके।

उन्होंने कहा कि बेनिताल में एस्ट्रो टूरिज्म को विकसित करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सामुदायिक रूप से प्रयास किया जा रहा है।


जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडे ने कहा कि ‘13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन’ के रूप में जनपद चमोली में बेनीताल साईट को चयनित किया गया है। जिसके तहत बेनीताल को एस्ट्रोविलेज के रूप में बनाया जाना प्रस्तावित है।

जिले में ‘एस्ट्रो टूरिज्म’ को बढावा देने व लोकल स्टेक होल्डर्स को उनको एस्ट्रो टूरिज्म के बारे में समझाने के लिए इस इवेंट के साथ यहां पर तीन दिवसीय वर्कशॉप का भी आयोजन किया जा रहा है।

जिसमें उनकों बेसिक फोटोग्राफी स्किल, ग्रह, नक्षत्र व तारों की पहचान करने और उनके पीछे की कहानियां के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस इंवेट में एस्ट्रोनॉमी और ‘एस्ट्रो टूरिज्म’ की जानकारी लेने बाहर से भी गेस्ट आए है और बेनीताल में आकर अलग अनुभव महसूस कर रहे हैं।


बैनीताल में डार्क स्काई कॉन्सेप्ट क्षेत्र में काफी नया है। बेनीताल में 180 डिग्री ब्यू के साथ रात में ग्रह, नक्षत्र व तारे साफ दिखाई देते है। यहां पर एस्ट्रो इवेंट अभी एक शुरूआत है और आने वाले समय में यहां पर इस प्रकार के अन्य इवेंट भी आयोजित किए जाएंगे।

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स्टार गेजिंग एवं एस्ट्रो फोटाग्राफी इवेंट के तहत छात्रों को राकेट सांइस की बेसिक जानकारी दी जाती है गई। इस अवसर पर पेंटिंग कार्यशाला भी आयोजित की गई।

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