आशीष तिवारी
CG Politics Breaking Live Updates : कौन होगा छत्तीसगढ़ का सीएम, डॉ रमन या फिर ओपी चौधरी
CG Politics Breaking Live Updates : रायपुर । 3 दिसंबर को आए परिणामों में भाजपा को बंपर बढ़त मिलने के बाद से लगातार एक कयास लगाया जा रहा है कि आखिर कौन होगा छत्तीसगढ़ का अगला सीएम। सीएम की रेस क्या शुरू हुई रायपुर से दिल्ली तक तमाम लोग दौड़ पड़े। सभी अपने -अपने तर्क और अपनी खूबियों को पार्टी के आला नेताओं के सामने रख रहे हैं। इसी बीच रविवार को राजधानी रायपुर में विधायक दल की बैैठक होने जा रही है। जानकारों का मानना है कि इसके साथ ही तस्वीर साफ हो जाएगी, कि कौन होगा छत्तीसगढ़ का अगला सीएम ?
CG Politics Breaking Live Updates : समझें सियासी समीकरण
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह लगातार 15 साल तक छत्तीसगढ़ के सीएम रहे। तो वहीं उनके करीबी पूर्व प्रशासनिक अफसर ओपी चौधरी भी इस दौड़ में शामिल हैं। दिल्ली में बैठे भाजपा के बेहद जानकार सूत्रों का का मानना है कि इस बार छत्तीसगढ़ की कमान सिर्फ और सिर्फ दो ही नेताओं के हाथों में जाती दिखाई दे रही है। एक ओर जहां छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह है। तो वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रशासनिक अफसर ओम प्रकाश चौधरी यानि ओपी चौधरी हैं। पहले इस रेस में चल रहे तमाम नाम अब पिछड़ते नजर आ रहे हैं।
CG Politics Breaking Live Updates : क्यों मिल सकती है रमन को कमान
डॉ रमन सिंह लगातार तीन बार सीएम रह चुके हैं। भाजपा आलाकमान के विश्वसनीय नेताओं में से एक हैं। प्रदेश में संगठन और सरकार को चलाने का लंबा तजुर्बा उनके पास है। उनका नाम आगे बढ़ाने से किसी भी तरह के असंतोष पैदा होने की गुंजाइश नहीं रहेगी। हालांकि पिछले कुछ समय से वे राजनीतिक रूप से उतने सक्रिय नजर नहीं आए हैं। प्रदेश और राष्ट्रीय राजनीति में उनकी भूमिका बेहद सीमित ही रही है।
CG Politics Breaking Live Updates : ओपी क्यों हो सकते हैं पसंद
पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ओपी चौधरी का भी भाजपा आला कमान से सीधा और भरोसे का संबंध है। पार्टी बड़े नेताओं से बातचीत के बाद ही उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़ी थी। पिछले 5 सालों में वे हर मोर्चे पर भाजपा को आगे ले जाने के लिए मेहनत करते दिखाई दिए थे। उनके इसी जमीनी काम के बदले अब उनको मुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है।
बताया तो ये भी जा रहा है कि नए मुख्यमंत्री के लिए कई पूर्व अधिकारी मोर्चा खोल चुके हैं। कहीं न कहीं उनके द्वारा किया जा रहा प्रयास भी इन दो नामों के आगे होने से सफल हो रहा है। हालांकि कल भाजपा विधायक दल की बैठक हो सकती है। इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली से 3 पर्यवेक्षक भी पहुंच रहे हैं। इस बैठक के बाद ही इन सारी कयासों पर विराम लग जाएगा, कि प्रदेश की कमान अब किसके हाथों में जाने वाली है।