Bilaspur Railway Station : रेल अफसरों की नाक के नीचे स्टैंड कर्मचारियों द्वारा नियमों को तोड़कर जबरिया वसूली

Bilaspur Railway Station :

Bilaspur Railway Station : रेल अफसरों की नाक के नीचे स्टैंड कर्मचारियों द्वारा नियमों को तोड़कर जबरिया वसूली

 

Bilaspur Railway Station : बिलासपुर। जोनल स्टेशन में अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर वसूली कर रहे हैं। नो-पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में पहले चेन लगाते हैं और उसके बाद छोड़ने के नाम मनमुताबिक शुल्क मांगते हैं। इसके चलते गाड़ी मालिक को बेवजह परेशानी हो रही है। बीच में रेल प्रशासन ने सख्ती बरती थी। इसके बाद इस तरह की वसूली पर रोक लगी थी। लेकिन, स्टैंड कर्मचारी फिर से अवैध वसूली कर रहे हैं।

रेलवे स्टेशन में पार्किंग व्यवस्था बेहतर रखने के लिए रेल प्रशासन ने स्टैंड की सुविधा दी है। नियमानुसार यात्री हो या उनके स्वजन उन्हें गाड़ियां पार्किंग में ही रखनी है। लेकिन, जल्दबाजी या कुछ स्टैंड का शुल्क बचाने के चक्कर में गाड़ी मालिक नो-पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर देते हैं। यह गलत है। हालांकि इस तरह के मामलों के लिए आरपीएफ को कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है।

Bilaspur Railway Station : आरपीएफ रेलवे अधिनियम की धारा 159 के तहत कार्रवाई कर सकती है। स्टैंड कर्मचारियों को यह अधिकार नहीं है कि स्टैंड से बाहर जाकर गाड़ियों पर चेन लगाए या फिर जुर्माना वसूल करें। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में रेल अफसरों की नाक के नीचे स्टैंड कर्मचारियों नियमों को तोड़कर जबरिया वसूली कर रहे हैं।

सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब चेन लगाकर स्टैंड कर्मचारी चले जाते हैं। वापस जब गाड़ी मालिक लौटता है तो उसे गाड़ी छुड़वाने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता है। लोग इस परेशानी से प्रतिदिन जूझ रहे हैं। इसके बावजूद रेलवे या आरपीएफ की ओर से स्टैंड संचालक पर सख्ती नहीं बरती जा रही है।

 

500 से एक हजार रुपये तक वसूली

 

Bilaspur Railway Station : बाइक स्टैंड कर्मचारी गाड़ी मालिकों से 500 रुपये से एक हजार रुपये तक जुर्माना वसूल कर रहे हैं। वसूली का वीडियो भी सामने आया है। इसमें एक बाइक मालिक के द्वारा बताया जा रहा है कि गाड़ी छोड़ने के बाद स्टैंड कर्मचारी 500 रुपये की मांग कर रहे हैं। उसके पास इतनी रुपया नहीं था। इसलिए वह इधर-उधर भटकता रहा।

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