राजकुमार मल
Baloda Bazaar स्कूल ड्रेस और स्कूल बैग में भी ऐसी ही शिकायतें
Baloda Bazaar बलौदा बाजार- कॉपियों में पृष्ठ संख्या और कीमत की जानकारी अभी भी नहीं मिल रही है। किताबों में बिक्री की दरें भी स्पष्ट नहीं हैं। हद तो तब, जब स्कूल ड्रेस और स्कूल बैग में भी कीमत की जानकारी देने वाले रेट स्टिकर नहीं मिलते।
महीना भर पहले स्टेशनरी दुकानों द्वारा की जा रही गलतियों पर सख्त कार्रवाई की गई थी। चेतावनी दी थी कड़ी कार्रवाई और साफ सुथरा कारोबार किए जाने की लेकिन कुछ दिन की खामोशी के बाद फिर से ऐसी ही शिकायतें जिला विधिक माप विज्ञान केंद्र तक पहुंचने लगी है।
Baloda Bazaar छिपा रहे जरूरी जानकारी
स्टेशनरी दुकानों में बेची जा रही कॉपियों में अभी भी कीमत और पृष्ठ संख्या का उल्लेख नहीं किया गया है। जबकि नियमानुसार इसका स्पष्ट उल्लेख किया जाना अनिवार्य है। इसी तरह किताबों में प्रिंट रेट के ऊपर स्वयं का रेट स्टिकर लगाकर बेचने का सिलसिला अभी भी जारी है। ऐसे मामले में मार्च के महीने में कड़ी कार्रवाई की जा चुकी हैं। इसके बावजूद फिर से नियम विरुद्ध व्यापारिक गतिविधियां बेखौफ जारी हैं।
Baloda Bazaar शिकायत ऐसी भी
जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि समूचे जिले में बिक रही स्कूल ड्रेस और स्कूल बैग में कीमत की जानकारी देने वाले स्टीकर नहीं मिलते। पालकों से होती हुई यह शिकायत, विभाग मुख्यालय तक पहुंचने लगीं हैं। गंभीर हैं ऐसी व्यापारिक गतिविधियों का संचालन। इसलिए विभाग से शीघ्र ही सघन जांच की योजना के संकेत मिल रहे हैं। लेकिन इसके पूर्व अपने स्तर पर गोपनीय जांच करवाने जैसी जानकारियां मिल रहीं हैं।
Baloda Bazaar हो चुकी है पहले भी कार्रवाई
20 मार्च को जिला मुख्यालय की सुनील बुक डिपो में अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य से ज्यादा कीमत में किताब बेचने का मामला प्रकाश में आ चुका है। कार्रवाई हुई है लेकिन इसके बावजूद, दोबारा फिर से मिलती शिकायतें यह बताने के लिए काफी है कि स्टेशनरी दुकानों में कार्रवाई को लेकर कोई भय नहीं है।