Sakthi latest news भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पानी का भारी दिक्कतों का सामना
Sakthi latest news सक्ती /ब्लॉक मुख्यालय से लगे ग्राम सिघनसरा व नवापाराकला के बीच बोराई नदी पर एनीकट का निर्माण कार्य हुआ है जिसमें हर साल सब्जी भाजी की खेती के लिए हर वर्ष नवंबर माह से 15 जून तक गेट का दरवाजा बंद कर दिया जाता है लेकिन देखने में आ रहा है पिछले 2 साल से मछली पकड़ने वाले और रेत माफियाओं द्वारा गेट का दरवाजा रात के समय खोल दिया जाता है जिससे पानी बह जाता है और भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पानी का भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है !
वैसे भी गर्मी के समय वाटर लेवल नीचे चला जाता है 16 तारीख की रात को रेत माफियाओं द्वारा एनीकेट का गेट खोल दिया गया था जिसके कारण भारी मात्रा में पानी बह गया जिसके कारण आने वाले समय में लोगों को निस्तारि के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा था की एक बार फिर 21 तारीख को बचे कुचे पानी को भी गेट खोल कर रेत माफिया तथा मछली पकड़ने वालों द्वारा बहा दिया गया बता दे हर साल गर्मी के समय रेत माफिया इस प्रकार की हरकत किया जा रहा है !
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जिस पर कोई लगाम नहीं कस पा रहा है सक्ती जिला बनने के बाद भी रेत माफियाओं में डर नहीं रह गया है यही वजह है कि एनीकेट का दरवाजे तक खोल दे रहे ग्रामीणों की माने तो कई ग्रामीणों के पास गेट का दरवाजा खोलने का औजार है जिसके कारण वे कभी भी गेट दरवाजा खोल देते हैं और बंद कर देते हैं !
इस बारे में जल संसाधन विभाग शक्ति के कार्यपालन अभियंता हरीश राठौर का कहना है अप्रैल माह में भारी मशक्कत करके सिंघनसरा एनिकेट में पानी भरा गया था एनीकट के देखरेख के जवाबदारी ग्राम पंचायत की है, रेत माफियाओं पर एफ आई आर दर्ज किया जाना चाहिए !