Hartalika Teej 2023 : तीज उपवास के पहले दिन क्यों खाया जाता है करू भात….जाने महत्व
Hartalika Teej 2023 : हरतालिका तीज को अब कुछ दिन ही शेष रह गए है। ऐसे में महिलाएं तीज की तैयारियों में जुट गई हैं। इस तैयारी में महिलाएं विभिन्न तरह के पकवान बना रही हैं। बड़े ही उत्साह के साथ तीज की खरीदारी भी कर रही हैं।
Hartalika Teej 2023 : तीजा व्रत पूजा के लिए महिलाएं ट्रेनों और बसों से मायके जाने के लिए निकल रही हैं। वहीं छत्तीसगढ़ में इस तीज का विशेष महत्व है। तीज के दिन महिलाएं पति की लम्बी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत की ख़ास बात ये है कि इसके लिए महिलाएं मायके जाती हैं और व्रत रखने से पहले कडू भात खाती हैं। कडू भात यानी करेले की सब्जी और भात।
आखिर तीज का व्रत रखने से पहले क्यों महिलाएं कड़ू भात खाती है क्या है इसके पीछे की साइंटिफिक रिजन जानते हैं-
व्रत रखने से पहले करू भात
छत्तीसगढ़ी में कड़वा मतलब ‘करू’ होता है और पके हुए चावल को ‘भात’ कहा जाता है। इस व्रत पूजा से एक दिन पहले रात का भोजन करेले की सब्जी भात का भोग लगाएंगी और खीरा खाकर सोती हैं ताकि सुबह जब निर्जला व्रत रखेंगी तो उस दौरान अन्न का डकार न आए। तीजा के दिन छत्तीसगढ़ के हर घर में करेले की सब्जी खासतौर पर बनाई जाती है।
तीजा का व्रत निर्जला रखा जाता है। करेला खाने से 24 घंटे तक प्यास नहीं लगती। इससे व्रत के दौरान निराहार रहने के बावजूद शरीर में एनर्जी बनी रहती है। वे बताते हैं कि अब कडू भात खाना परंपरा का हिस्सा बन गया है और व्रत से पहले इसे खाना जरूरी माना जाता है।