दस महाविद्या के साथ विराजमान हैं मां कामाख्या - मंदिर में माता कामाख्या 64 योगिनियों और दस महाविद्याओं के साथ विराजित हैं। ये दुनिया की इकलौती शक्तिपीठ है, जहां दसों महाविद्या- भुवनेश्वरी, बगला, छिन्नमस्तिका, काली, तारा, मातंगी, कमला, सरस्वती, धूमावती और भैरवी एक ही स्थान पर विराजमान हैं।
माताबाड़ी/त्रिपुर सुंदरी शक्तिपीठ, त्रिपुरा त्रिपुरा के उदयपुर की पहाड़ी पर बसे राधाकिशोर गांव में माता के मंदिर का निर्माण महाराजा धन माणिक्य ने 15वीं शताब्दी में कराया था।