video conferencing रायपुर से एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े थे कृषि उत्पादन आयुक्त

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video conferencing कृषि उत्पादन आयुक्त ने की कृषि और सहयोगी विभाग के कार्यों की समीक्षा

video conferencing जगदलपुर !   कृषि उत्पादन आयुक्त डाॅ. कमलप्रीत सिंह ने मंगलवार 27 सितंबर को बस्तर संभाग में कृषि एवं सहयोगी विभागों द्वारा संचालित गतिविधियों की समीक्षा की। वे रायपुर से एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े थे।

इसके साथ ही जगदलपुर स्थित जिला कार्यालय के प्रेरणा कक्ष  में  कमिश्नर  श्याम धावड़े, कृषि विभाग के विशेष सचिव डाॅ अयाज तंबोली, पशुधन विभाग की संचालक सुश्री चंदन त्रिपाठी, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार, कांकेर कलेक्टर डाॅ प्रियंका शुक्ला, कोंडागांव कलेक्टर  दीपक सोनी, दंतेवाड़ा कलेक्टर  विनीत नंदनवार, बीजापुर कलेक्टर  राजेन्द्र कटारा, सुकमा कलेक्टर  हरिश एस सहित सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन व कृषि एवं सहयोगी विभागों के संभागीय और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

video conferencing खरीफ वर्ष 2022 की समीक्षा तथा रबी वर्ष 2022-23 के कार्यक्रम निर्धारण के लिए आयोजित बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े कृषि उत्पादन आयुक्त डाॅ कमलप्रीत सिंह ने कहा कि बस्तर में सुगंधित धान के साथ ही मसालों की खेती की अपार संभावनाएं हैं।

साथ ही बस्तर में तिलहन की खेती के लिए भी जलवायु  अनुकूल है। उन्होंने बस्तर में सरसों की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बस्तर को जैविक संभाग बनाने की ओर कदम बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने मिलेट मिशन के तहत रागी व कोदो-कुटकी के उत्पादन को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यता है।

video conferencing इस अवसर पर कृषि विभाग के विशेष सचिव एवं संचालक डाॅ अयाज तम्बोली ने कहा कि संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत बीज आज भी उपलब्ध हैं, जिनकी कई विशिष्टताएं हैं। इन बीजों की जानकारी रखने के साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से इनका पंजीयन करवाना आवश्यक है।

video conferencing उन्होंने कहा कि इन बीजों की विशिष्टताओं के संबंध में जागरुकता लाए जाने की आवश्यकता भी है, जिससे इनकी अच्छी कीमत प्राप्त हो। उन्होंने वर्तमान समय में पूरे विश्व में बढ़ी गेहूं की मांग को देखते किसानों को गेहूं की खेती के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताई।

उन्होंने कहा कि लघु सिंचाई परियोजना तथा नए जलस्त्रोतों के आसपास के किसानों को आसानी से प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने केन्द्र एवं राज्य पोषित योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए किसान पंजीयन पर जोर दिया।

पशुधन विकास विभाग की संचालक चंदन संजय त्रिपाठी ने पड़ोसी राज्यों में लंपी वायरस के संक्रमण को देखते हुए टीकाकरण पर जोर दिया। उन्होंने पड़ोसी राज्यों से आने वाले पशुओं को क्वारंटीन करने तथा पशु बाजारों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रुप में विकसित करने के संबंध में भी निर्देशित किया। उन्होंने पशुपालकों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता भी बताई।

video conferencing गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कृषि विभाग की उप सचिव तुलिका प्रजापति ने गोबर खरीदी के साथ ही कम्पोस्ट खाद बनाने के कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कम्पोस्ट खाद के विक्रय को बढ़ाने पर भी जोर दिया। इसके साथ ही असक्रिय गौठान समितियों के सदस्यों को हटाकर उनके स्थान पर नए सदस्यों को नियुक्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक में जल ग्रहण क्षेत्र प्रबंधन,

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, खाद-बीज की उपलब्धता और वितरण, धान के स्थान पर अन्य फसलों को बढ़ावा, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मिलेट मिशन, उतेरा फसल में दलहन-तिलहन को बढ़ावा, अल्पकालीन कृषि ऋण, सुक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा, कृषि पंप विद्युतीकरण, आधुनिक कृषि को बढ़ावा, उद्यानिकी फसल व मछलीपालन, पशुपालन को बढ़ावा देने सहित अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए।

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