Tulsidas Jayanti : कवि तुलसीदास जी की जयंती सांस्कृतिक विकास मंच एवं सरस्वती शिशु मन्दिर द्वारा सुंदरकांड पाठ हनुमान चालीसा के साथ मनाई गई
सक्ती
महाकवि तुलसी दास जी की जयंती जगह जगह मनाई गई सरस्वती शिशु मंदिर द्वारा एवं गायत्री मंदिर में सांस्कृतिक विकास मंच के द्वारा आयोजित किया गया दोनों जगह पर पदाधिकारियों द्वारा भगवान राम जी हनुमान जी
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एवं गोस्वामी तुलसी दास जी के तैल चित्र पर अतिथियों द्वारा पूजा अर्चना दीप प्रज्वलित श्रीफल तोड़कर तुलसीदास जयंती मनाई गायत्री में सुंदरकांड हनुमान चालीसा के साथ एवं सरस्वती शिशु मंदिर में छात्र-छात्राओं द्वारा रामचरितमानस के दोहे एवं तुलसीदास द्वारा रचित काव्य पाठ पढ़कर सुनाया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजेंद्र शर्मा लुंद राम जायसवाल एल आर पटेल चितरंजन पटेल मांगे राम अग्रवाल
सहित मंचासिन अतिथियों के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया

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तुलसी दास जयंती पर बहनों द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत गीत गाकर अभिनंदन किया गया इसके
पश्चात सभी अतिथियों ने तुलसीदास की कृति सुंदर कांड पर

प्रकाश डालते हुए हनुमानजी के आचरण को धारण करने एवं भगवान राम ने जिस प्रकार अपने माता-पिता का मान सम्मान किया उसे अपनाने के लिए बच्चों को आग्रह किया रामअवतार अग्रवाल
ने कहा कि रामचरित मानस एक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन दर्शन है उसे आत्मसात कर जीवन को सफल बनाने का आग्रह किया।

आचार्य राजेंद्र शर्मा ने रामरचित मानस तुलसी जी की अद्भुत रचना बताते हुए राम के आचरण को अपने जीवन में
उतारने के लिए कहा जो बच्चे सुबह उठकर अपने माता-पिता का चरण छूकर आशीर्वाद प्राप्त करता है
उसे कभी भी विपरीत परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता यह सब रामचरितमानस में तुलसीदास जी
ने वर्णन किया है
एल आर पटेल ने रामचरितमानस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर व्यक्ति को दिन में कम से कम एक दोहा जरूर पढ़ना चाहिए और उसे उसका अनुसरण करना चाहिए
पटेल के द्वारा तुलसी जयंती पर विद्यालय परिवार एवं सांस्कृतिक विकास मंच को बधाई देते हुए आयोजन को सराहनीय कदम बताया। इस अवसर पर रामचरितमानस कवियों का सम्मान बेच लगाकर वस्त्र भेंट किया गया

इस अवसर पर सांस्कृतिक विकास मंच के पदाधिकारी एवं सरस्वती शिशु मंदिर के पदाधिकारी प्राचार्य भैया बहने एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे