Transfers तबादले के पखवाड़े भर बाद भी रिलीव नहीं किए गए कर्मचारी

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Transfers जिला महिला बाल विकास

Transfers सुकमा ! जिला महिला बाल विकास विभाग में तबादले के पखवाड़े भर बाद भी रिलीव नहीं किए गए हैं कर्मचारी !

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Transfers तबादला किए गए कर्मचारियों को महिला बाल विकास विभाग सुकमा जिला के जिला कार्यक्रम अधिकारी रिलीव क्यों नहीं कर पा रहे हैं ! यह सवाल प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है!

Transfers सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डीडी सिंह ने हाल ही में समस्त भार साधक सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवं समस्त कलेक्टरों को स्थानांतरण आदेश का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए थे !

Transfers उन्होंने कई जिलों में स्थानांतरित अधिकारी कर्मचारियों को भार मुक्त नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर कर कलेक्टर कान्फ्रेंस से पूर्व 6 अक्टूबर तक आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर अवगत कराने की बात कही थी !

 

Transfers शासन के नियमानुसार स्थानांतरण तिथि से 15 दिवस के भीतर स्थानांतरित अधिकारी -कर्मचारी को भार मुक्त करने का प्रावधान है! ऐसा नहीं करने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी स्वमेव भारमुक्त माने जाते हैं !

महिला बाल विकास विभाग सुकमा जिला के सुकमा जिला कार्यक्रम अधिकारी की माया के आगे उलटी ही गंगा बह रही है ? महिला बाल विकास विभाग में 27 सितंबर को महिला पर्यवेक्षकों के साथ परियोजना अधिकारी की स्थानांतरित सूची जारी की गई थी !

जिसमें सुकमा जिला से एक परियोजना अधिकारी , एक लिपिक , एक महिला पर्यवेक्षक के साथ एक अन्य कर्मचारी का स्थानांतरण हुआ है !

Rss राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयदशमी उत्सव व पथ संचलन का आयोजन आज
जिन्हें वर्तमान में अपने स्थानांतरित जगह पहुंच कर अभी तक ज्वाइनिंग ले लेना चाहिए था ?
महिला बाल विकास विभाग सुकमा जिला से एक महिला पर्यवेक्षक का स्थानांतरण कसडोल परियोजना में हुआ है ! और एक और महिला पर्यवेक्षक का स्थानांतरण दंतेवाड़ा के गीदम परियोजना से कसडोल परियोजना के लिए हुआ है !

सुकमा परियोजना से स्थानांतरित महिला पर्यवेक्षक जब अपना रिलीव आर्डर लेने , सुकमा परियोजना कार्यालय गई थी तो कहा गया कि फाइल हमने जिलाधीश को भेज दी है , जिलाधीश के आदेश पर ही रिलीव आर्डर जारी किया जाएगा !

ज्ञात हो कि महिला पर्यवेक्षक जब सुकमा परियोजना में कार्यरत थी तभी उसे डेंगू बुखार हो गया था, जिसका इलाज अभी भी चल रहा है ! और अवकाश के लिए मेडिकल बिल प्रस्तुत करने पर सुकमा परियोजना अधिकारी उत्तम प्रसाद सूर्यवंशी द्वारा प्रताड़ित करने के उद्देश्य से मेडिकल बिल को फर्जी घोषित कर दिया गया था ! जैसे बीमारी किसी को बतला कर आती है !


सुकमा जिला महिला बाल विकास विभाग सुकमा परियोजना से बलौदाबाजार-भाटापारा जिला कसडोल परियोजना में स्थानांतरित महिला पर्यवेक्षक का अनावश्यक वेतन काटना / कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर सुकमा परियोजना अधिकारी उत्तम प्रसाद सूर्यवंशी द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है ! जबकि सुकमा परियोजना अधिकारी पर भ्रष्टाचार के अनेक आरोप हैं?

इस परियोजना अधिकारी द्वारा बहुत ही कम समय में अपनी पत्नी जोकि गृहणी है के नाम पर रायपुर और बिलासपुर में प्लाट और जमीन / मकान खरीदा गया है?जिसकी जांच की जानी चाहिए!

सुकमा जिला महिला बाल विकास विभाग से स्थानांतरित किए गए अधिकारी व कर्मचारी को अभी तक संबंधित जिला व परियोजना के लिए रिलीव क्यों नहीं किया गया है ??? इसका जवाब जिला कार्यक्रम अधिकारी से मांगा जाना चाहिए !

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