(Union Budget) बजट से खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं किसान
(Union Budget) राजनांदगांव। केंद्रीय बजट में महंगाई से जूझ रही जनता को राहत देने और बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है। साथ ही इस बजट से किसान खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। केंद्र सरकार को जीएसटी संग्रह में वृद्धि मिली है। इसके बाद भी राजकोषीय घाटा बढ़ा है। यह साफ करता है कि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही है।
(Union Budget) जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष मदन साहू ने बजट पर प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा कि देश के बेरोजगारों को बड़ी संख्या में रोजगार देने का दावा केंद्र सरकार करती रही, लेकिन बजट में इसके लिए स्पष्ट तौर पर कोई भी प्रावधान नहीं है। वहीं जनता सबसे अधिक परेशान महंगाई से है, लेकिन बजट में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है, जिससे जनता को महंगाई से राहत मिल सके।
(Union Budget) मदन साहू ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बजट में किसानों के लिए भी कुछ नहीं है। एमएसपी बढ़ाने की मांग लगातार होती रही, लेकिन इसकी भी अनदेखी मोदी सरकार ने की है। केंद्र सरकार का इस साल बजट भी बीते सालों की तरह निराशाजनक रहा है।
इसमें किसान, मजदूर, युवा, महिला व नौकरीपेशा लोगों के लिए कुछ भी नहीं है। हर वर्ग ने बजट से उम्मीद लगाकर रखी थी, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। बजट चंद लोगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। बजट में मध्यम वर्ग और आम लोगों की पूरी तरह उपेक्षा की गई है।