(Ravalmal Jain murder case) बहुचर्चित रावलमल जैन हत्याकांड : 4 साल बाद आया फैसला कलयुगी बेटे को मिली सजाएं मौत.. पढ़िए पूरी खबर..

(Ravalmal Jain murder case)

रमेश गुप्ता

(Ravalmal Jain murder case) बहुचर्चित रावलमल जैन हत्याकांड

(Ravalmal Jain murder case) भिलाई.. दुर्ग जिले का बहुचर्चित रावलमल जैन हत्याकांड में 4 साल बाद बाद आया फैसला कलयुगी बेटे को मिली सजा मौत l मौत की सजा सुनते ही बेसुध हो गया था बताया जाता है कि नए साल में अपने ही मां-बाप को इस कलयुगी बेटे ने मौत के घाट उतार दिया था l न्यायाधीश ने इस हत्याकांड को विरल से विरतम श्रेणी में मानते हुए मुख्य अभियुक्त पुत्र संदीप जैन को दोहरे हत्याकांड के लिए दोषी करार देते हुए दोनों मामलों में अलग-अलग मृत्युदंड की सजा से दंडित किए जाने का फैसला दिया है।

(Ravalmal Jain murder case)  न्यायाधीश ने अपने फैसले माता- पिता के प्रति पुत्र के दायित्व के और माता-पिता के महत्व को प्रतिपादित करते हुए भगवत गीता, पद्म पुराण, मनु स्मृति, महाभारत व हरिवंश पुराण के विष्णु पर्व का वर्णन किया हैं। वहीं हरिशंकर परसाई की कविता के अंश का भी उल्लेख किया है। हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल की सप्लाई करने के आरोपी शैलेन्द्र सिंह सागर और भगत सिंह गुरूदत्ता को आर्म्स एक्ट के तहत 5-5 वर्ष के कारावास से दंडित किया गया है। घटना के संबंध में पुलिस ने बताया था कि 1 जनवरी 2018 की तड़के आरोपी संदीप जैन (42 वर्ष) ने अपने पिता व माता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी ने पहले अपने पिता को बाथरूम जाते समय पीठ पर गोलियां मारी थी।

(Ravalmal Jain murder case)  जिसके बाद गोलियों की आवाज सुनकर मां सुराजी बाई द्वारा संदीप के भांजे को फोन लगाए जाने पर उनकी भी निर्मम हत्या कर दी थी। हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक जनवरी की सबेरे ही हत्या के आरोपी जैन दंपति के पुत्र को गिरफ्तार कर लिया था।

पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसके पिता रूढ़िवादी विचारधारा के थे और बात बात में उस पर रोकटोक लगाते थे। जिससे नाराज होकर उसने पिता की हत्या कर दी। उसका अपनी मां को मारने का इरादा नहीं था, लेकिन भेद खुल जाने के भय में माता सुराजी बाई की हत्या कर दी।

(Ravalmal Jain murder case)  पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि संदीप ने पिता की हत्या की योजना को अंजाम देने शैलेन्द्र सिंह सागर और भगतसिंह गुरूदत्ता से एक लाख 35 हजार रूपए में पिस्तौल खरीदा। पत्नी व बच्चों को 27 दिसंबर 2017 को मायके दिल्ली राजहरा भेज दिया और घर में सोने आने वाले नौकर को भी छुट्टी दे दी थी। एक जनवरी की सबेरे लगभग 5 बजे पिता नित्यकर्म से निवृत्त होने बाथरूम जा रहे थे तभी उनकी पीठ पर पिस्तौल से तीन गोली दाग दी थी।

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