New Delhi News : दिवाली पर सरकार खिलाएगी सस्ती थाली, दालों का रेट 8 रुपए प्रति किलो घटा, अब डालेंगे सस्ते प्याज का तड़का
New Delhi News : नई दिल्ली। जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे सरकार की ओर से तोहफों की बारिश भी बढ़ती जा रही है. पहले डीए फिर बोनस और अब हम उपभोक्ताओं को सस्ता खाना देने की तैयारी कर रहे हैं।
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New Delhi News : त्योहारों पर महंगाई से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने दाल-प्याज को किफायती दाम पर उपलब्ध कराने का ऐलान किया है.
उपभोक्ता मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दिवाली पर खाद्य पदार्थों की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं
सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्यों को बहुत कम कीमत पर दाल उपलब्ध कराने का ऐलान किया है. मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने दालों की कीमत में 8 रुपये की कटौती की है और राज्यों को इस कीमत पर दाल उपलब्ध करा
रही है, ताकि उपभोक्ताओं तक सस्ता अनाज पहुंचाया जा सके और त्योहारों पर बाजार में दालों की कमी न हो. .
इसके अलावा सरकार प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए भी कदम उठा रही है। उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक, सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि त्योहारों के दौरान बाजार में प्याज की कमी न हो. इसके लिए बफर स्टॉक से प्याज मुहैया कराया जाएगा।
सरकार के पास 43 टन स्टॉक
सरकार के पास फिलहाल करीब 43 टन दाल का भंडार है। त्योहारों से पहले ही सरकार ने राज्यों को सस्ती दरों पर दाल उपलब्ध करा दी थी। केंद्र सरकार अब तक राज्यों को 88,000 टन दाल उपलब्ध करा चुकी है।
सरकार का मानना है कि दिवाली पर दाम नहीं बढ़ेंगे, उसने पूरी तैयारी कर ली है. इससे पहले सरकार ने किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए उनके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की थी।
इसके तहत मसूर दाल के एमएसपी में 500 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई। इसके बाद दाल का एमएसपी 5,500 रुपये बढ़कर 6,000 रुपये हो गया।
सरकार दालों का आयात करती है
भारत वर्तमान में अपनी उपभोक्ता जरूरतों को पूरा करने के लिए दालों का आयात करता है। उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 से 2026 तक देश में हर साल 2.5 लाख टन उड़क और 1 लाख टन अरहर दाल का आयात किया जाएगा। यह खेप म्यांमार से आएगी।
इसके अलावा दक्षिण पूर्व अफ्रीकी देश मलावी से भी अगले पांच साल में 50 हजार टन अरहर दाल का आयात किया जाएगा और सरकार 2026 तक मोजाम्बिक से निजी व्यापार के जरिए 2 लाख टन अरहर दाल का आयात करेगी।