Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

Navratri 2022 : देवी के प्रसिद्ध और पवित्र मंदिरों में 52 शक्तिपीठ शामिल हैं। हालांकि केवल 51 शक्तिपीठों को ही माना जाता है, हालांकि तंत्र चूड़ामणि में 52 शक्तिपीठों का उल्लेख किया गया है। जी हां और इन शक्तिपीठों के होने के पीछे एक खास वजह है।

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है
Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

Also read  :Korba latest news today मासूम की किडनी में फैल चुका था इंफेक्शन, एनकेएच में मिली नई जिंदगी

Navratri 2022 : वास्तव में, पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव की पहली पत्नी सती ने अपने पिता राजा दक्ष की सहमति के बिना भोलेनाथ से विवाह किया था।

एक बार इस पर राजा दक्ष ने एक महान यज्ञ का आयोजन किया लेकिन अपनी पुत्री और दामाद को यज्ञ में आमंत्रित नहीं किया। माता सती अपने पिता के निमंत्रण के बिना ही यज्ञ में पहुंचीं, जबकि भोलेनाथ ने उन्हें वहां जाने से मना किया।

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है
Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

राजा दक्ष ने माता सती के सामने अपने पति भगवान शिव को गाली दी और उनका अपमान किया। माता सती अपने पिता के मुख से पति का अपमान सहन नहीं कर सकीं और उन्होंने यज्ञ की पवित्र अग्नि में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए।

भोलेनाथ अपनी पत्नी के अलगाव को सहन नहीं कर सके। उन्होंने माता सती का शव लिया और शिव तांडव करने लगे।

ब्रह्मांड पर प्रलय आने लगी, जिस पर भगवान विष्णु ने माता सती के शरीर को रोकने के लिए सुदर्शन चक्र से उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। धरती पर अलग-अलग जगहों पर मां के शरीर के अंग और आभूषण 52 टुकड़ों में गिरे, जो शक्तिपीठ बने।

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है
Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

Also read  :https://jandhara24.com/news/117241/cg-breaking-the-bus-entered-the-under-construction-durga-pandal-angry-villagers-did-a-ruckus/

अब आज हम आपको बताते हैं कि देवी के 52 शक्तिपीठ कहां स्थित हैं और सभी शक्तिपीठों के नाम क्या हैं।

माता शक्तिपीठ
विशालाक्षी और मणिकर्णी स्वरूप मणिकर्णिका घाट, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
माता ललिता देवी शक्तिपीठ, प्रयागराज
माता शिवानी रामगिरी, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश
उमा शक्तिपीठ – वृंदावन में
देवी पाटन मंदिर, बलरामपुर
हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ – मध्य प्रदेश में
अमरकंटक, मध्य प्रदेश में शोंडव नर्मता शक्तिपीठ
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में नैना देवी मंदिर
ज्वालाजी शक्तिपीठ कांगड़ा, हिमाचल
जालंधर, पंजाब में त्रिपुरामालिनी माता शक्तिपीठ
पहलगांव, कश्मीर में महामाया अमरनाथ
कुरुक्षेत्र, हरियाणा में माता सावित्री का शक्तिपीठ
विशालाक्षी शक्तिपीठ, वाराणसी
अजमेर के पुष्कर में गायत्री स्वरूप-मणिबंद

Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है
Navratri 2022 : सुदर्शन चक्र से बने थे माता सती के 52 टुकड़े, जिसे शक्तिपीठ कहा जाता है, जानिए नाम और कहां स्थित है

राजस्थान में माता अंबिका विराट
गुजरात में अंबाजी मंदिर
चंद्रभागा – जूनागढ़, गुजरात में
भ्रामरी स्वरूप – महाराष्ट्र के लोगों में
त्रिपुरा में माताबारी पर्वत शिखर शक्तिपीठ
देवी कपालिनी – बंगाल में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के तमलुक में स्थित विभाष में
हुगली, बंगाल में रत्नावली में देवी कुमारी
मुर्शिदाबाद के किरीटकों गांव में विमला स्वरूप
जलपाईगुड़ी के बोड़ा मंडल के सालबारी गांव में भ्रामरी देवी
वर्धमान जिले के केतुग्राम क्षेत्र में बहुला देवी शक्तिपीठ
मंगल चंद्रिका माता शक्तिपीठ – वर्धमान जिले के उज्जनी में
वक्रेश्वर, पश्चिम बंगाल में
नलहटी शक्तिपीठ – नलहाटी, बीरभूमि में
फुलारा देवी शक्तिपीठ – पश्चिम बंगाल में अठों
नंदीपुर शक्तिपीठ – पश्चिम बंगाल में
उगाधा शक्तिपीठ – वर्धमान जिले के क्षीरग्राम में ही
कालिका देवी शक्तिपीठ – मान्यताओं के अनुसार, कालीघाटी में
कांची देवगर्भ शक्तिपीठ – कांची, पश्चिम बंगाल में
भद्रकाली शक्तिपीठ – दक्षिण भारत में
शुचि शक्तिपीठ- शुचि तीर्थम शिव मंदिर तमिलनाडु में कन्याकुमारी के पास स्थित है और यहीं पर माता का शक्तिपीठ भी है।
विमला देवी शक्तिपीठ – उड़ीसा के उत्कल में
सर्वसैल रामेंद्री शक्तिपीठ – आंध्र प्रदेश में दो शक्तिपीठ हैं। इन्हीं में से एक है सर्वशैल रामेंद्री शक्तिपीठ।
श्रीशैलम शक्तिपीठ – आंध्र में दूसरा शक्तिपीठ केवल कुरनूर जिले में है
कर्नाटक शक्तिपीठ – कर्नाटक में
गुवाहाटी में नीलांतल पर्वत पर कामाख्या शक्तिपीठ
कुरुक्षेत्र, हरियाणा में मां भद्रकाली देवीकुप मंदिर
चट्टल भवानी शक्तिपीठ – बांग्लादेश के चटगांव जिले में चंद्रनाथ पर्वत पर
सुगंधा शक्तिपीठ – बांग्लादेश में शिकारपुर से 20 किमी
जयंती शक्तिपीठ – बांग्लादेश के सिलहट जिले के जयंतिया परगना में
श्रीसैल महालक्ष्मी – बांग्लादेश के सिलहट जिले में
यशोरेश्वरी माता शक्तिपीठ – बांग्लादेश के खुलना जिले में यशोर नाम की एक जगह है।
इंद्राक्षी शक्तिपीठ – जाफना नल्लूर, श्रीलंका में
गुहेश्वरी शक्तिपीठ – बागमती नदी के तट पर नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर।
आद्या शक्तिपीठ – नेपाल में गंडक नदी के पास
दंतकली शक्तिपीठ – नेपाल के बिजयपुर गांव में
मनसा शक्तिपीठ – तिब्बत में मानसरोवर नदी के पास
मिथिला शक्तिपीठ – भारत-नेपाल सीमा पर
हिंगुला शक्तिपीठ – बलूचिस्तान, पाकिस्तान में

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU