उमेश कुमार डहरिया
Kusmunda Mines साथी कर्मचारियों ने किया काम बंद हड़ताल
Kusmunda Mines कुसमुंडा ! कुसमुंडा खदान में आज रविवार की दोपहर 12 बजे भूविस्थापितों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया । यह हड़ताल कुसमुंडा खदान के सतर्कता चौक पर हुई है। हड़ताल की मुख्य वजह नारायणी कंपनी में कार्यरत कर्मी लल्लू राम पटेल की अकस्मात मृत्यु है जिसका शव लेकर परिजन एवं सैकड़ों की संख्या में भूविस्थापित काम बंद हड़ताल पर बैठे गए।
Kusmunda Mines मिली जानकारी के अनुसार नारायणी कंपनी में टायर सेक्शन में सुपरवायजर के पद पर पदस्थ लल्लू राम पटेल पिता सदानंद पटेल उम्र लगभग 42 वर्ष की बीते शनिवार को काम के दौरान अचानक तिबायत खराब ही गई,जिसे अन्य स्टाफ के द्वारा उसे घर पंहुचा दिया गया,जहां उसकी तबीयत और बिगड़ने लगी, आनन फानन में लल्लूराम को अस्पताल लाया गया !
जहां डॉक्टरों ने जांच उपरांत लल्लुराम को मृत घोषित कर दिया। इस पूरे मामले में परिजनों का आरोप है कि लल्लूराम कि काम के दौरान जब अचानक तबीयत खराब हो गई तो उसे अस्पताल ले जाने के बजाय घर भेज दिया गया, जिससे उसकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई,समय पर इलाज नहीं मिल पाने की वजह से उसकी मौत हो गई।
Kusmunda Mines इसी बात को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश था, मृतक परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी एवं मृतक को उचित मुआवजा की मांग को लेकर हड़ताल करने खदान अंदर सतर्कता चौक सभी मृतक लल्लूराम के शव को लेकर धरने पर बैठ गए, इस धरने का नेतृत्व अमन पटेल सदस्य कृषक कल्याण परिषद छत्तीसगढ़ शासन कर रहे थे।
आंदोलन की सूचना मिलते ही कुसमुंडा प्रबंधन से एरिया जीएम संजय मिश्रा मौके पर पंहुचे, नारायणी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी के धरना स्थल नही पहुंचने पर कॉल कर जमकर लताड़ लगाई और तत्काल मौके पहुंच कर पीड़ित पक्ष के मांगों पर ध्यान देने की बात कहीं।
दौरान नारायणी कंपनी के मुख्य अधिकारी तो मौके पर नहीं पहुंचे सुपरवाइजर बैंक के कर्मचारियों ने आंदोलनकारियों के बीच मध्यस्थता रखें जिस पर बात नहीं बन पाई। इधर क्षेत्र के पार्षद व एमआईसी सदस्य अमरजीत सिंह भी आंदोलन स्थल पहुंचे और SECL प्रबंधन को उचित मुआवजा एवं नियमानुसार मिलने वाली राशियों के भी जल्द से जल्द पीड़ित पक्ष को दिलाने की बात कही अन्यथा यह प्रदर्शन अनिश्चितकालीन के लिए चलेगा यह भी उन्होंने यह भी साफ साफ तौर पर प्रबंधन के अधिकारियों को कहा।
इसके अलावा नारायणी कंपनी में लगातार हो रहे हादसों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर भी एफ आई आर दर्ज करने की बात उन्होंने कुसमुंडा थाना प्रभारी राजेश जाने से कही। कुसमुंडा प्रबंधन के नव पदस्थ जीएम खनन राजीव सिंह ने मृतक के परिजनों को तत्काल 3,50,000 (तीन लाख पचास हजार ) नगद राशि एवं जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को कोल इंडिया के नियम अनुसार मुआवजे एवं इंश्योरेंस क्लेम की राशि प्रदान करने की बात कही,जिसके बाद यह प्रदर्शन समाप्त हुआ। यह आंदोलन दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक चला !