Kuno National Park : कुनो नेशनल पार्क में खुशी की लहर, मादा बाघ आशा से बढ़ी देश की ‘आशा’, बढ़ने वाला है परिवार…

Kuno National Park : कुनो नेशनल पार्क में खुशी की लहर, मादा बाघ आशा से बढ़ी देश की 'आशा', बढ़ने वाला है परिवार...

Kuno National Park : कुनो नेशनल पार्क में खुशी की लहर, मादा बाघ आशा से बढ़ी देश की ‘आशा’, बढ़ने वाला है परिवार…

Kuno National Park : कुनो। मध्य प्रदेश को हाल ही में 17 सितंबर को 8 चीतों का उपहार मिला है। नामीबिया से आने वाले चीतों से लोगों को एक ही उम्मीद है कि जब चीतों का परिवार बढ़ेगा और मप्र में भी चीतों की संख्या में इजाफा होगा।

reintroduction of cheetahs after 7 decades India signs MoU with Namibia - India Hindi News - भारत में 69 साल बाद लौटेगा चीता, मध्यप्रदेश के कुनो नेशनल पार्क को मिलेगी पहली किश्त

Also read  :PS I Box Office : एक दिन में 80 करोड़ से ज्यादा की कमाई, ऐश्वर्या राय की फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, टूटे सारे रिकॉर्ड

Kuno National Park : तो कुनो नेशनल पार्क से जल्द ही एक अच्छी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक पीएम ने एक मादा चीता जिसका नाम आशा रखा था। सब उम्मीद लेकर बैठे हैं। जिसके बाद अब आशा के प्रेग्नेंट होने की उम्मीद है।

Explainer: आखिर चीता भारत लाने की क्यों पड़ी जरूरत, इनके नहीं होने का पर्यावरण को क्या नुकसान होता है? - Why Cheetah is important for India and Kuno National Park tstr - AajTak

अब आशा ने चीतों के परिवार के बढ़ने की आस जगाई है. चीतों की देखभाल करने वालों के मुताबिक इस महीने के अंत तक आशा के गर्भवती होने की पुष्टि हो जाएगी।

आशा पहले नामीबिया के जंगल में थी। वहां उसके गर्भवती होने की संभावना है। वह पहली बार शावकों को जन्म देगी। उसे अब शांतिपूर्ण माहौल की जरूरत है। उसके बाड़े में आशा के रहने की जगह भी बनानी होगी।

भारत में आज एक भी नहीं है चीता, जानिए आखिरी वाला किसने मारा था? अब विदेश से 8 लाए जाएंगे | TV9 Bharatvarsh

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर आशा शावकों को जन्म देती हैं तो उन्हें संभालने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की भी जरूरत होती है. ताकि वह उनकी देखभाल कर सके।

 

Also read  :https://jandhara24.com/news/118583/chimera-100-anti-drone-gun/

उन्होंने खुशी के साथ कहा, लेकिन चिंता भी व्यक्त की। अपने आसपास के इंसानों तक बिल्कुल न पहुंचने की सलाह दी।

कुनो में खुशी की लहर

आशा सहित आठ चीतों को 17 सितंबर को नामीबिया से कुनो लाया गया था। इन सभी को अब छोटे-छोटे बाड़ों में रखा गया है। एक महीने बाद इन सभी को बड़े बाड़ों में छोड़ा जाना है। अगर आशा के शावक हैं,

Cheetah move will be seen again in the jungles of india namibia ready to send 35 40 cheetahs - Cheetah in India: भारत के जंगलों में फिर दिखेगी चीते की चाल, नामीबिया

तो उन्हें बचाने में काफी मेहनत लगेगी। जन्म के समय चीते के शावकों का वजन 250 से 450 ग्राम के बीच होता है।

Kuno National Park : कुनो नेशनल पार्क में खुशी की लहर, मादा बाघ आशा से बढ़ी देश की 'आशा', बढ़ने वाला है परिवार...
Kuno National Park : कुनो नेशनल पार्क में खुशी की लहर, मादा बाघ आशा से बढ़ी देश की ‘आशा’, बढ़ने वाला है परिवार…

इनमें से 90% शावक भी समय से पहले अपनी जान गंवा देते हैं।

Cheetah In India: चीतों की राजधानी से भारत आ रहा दुनिया का सबसे तेज जानवर, नामीबिया की डेप्युटी PM बोलीं- उम्मीद है इंडिया इनका ख्याल रखेगा - india to get ...

यदि आशा 4 शावकों को जन्म देती है और इनमें से 2 भी जीवित रहती है तो यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। फिलहाल यहां सभी 8 चीतों की हालत ठीक है। वे भैंस का मांस खा रहे हैं और अपने बाड़ों में खूब शोर मचा रहे हैं.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU