(Gift of Planetarium) मिथिला को मिली तारामंडल की सौगात

(Gift of Planetarium)

(Gift of Planetarium) मिथिला को मिली तारामंडल की सौगात

(Gift of Planetarium) दरभंगा !  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दरभंगा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के ‘तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय’ का लोकार्पण किया।

(Gift of Planetarium) बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग द्वारा इसका निर्माण कराया गया है। कुल करीब 20,922 वर्गमीटर क्षेत्रफल में फैले इस ‘तारामंडल-सह-विज्ञान संग्रहालय’ में 150 लोगों की क्षमता वाले प्लेनेटोरियम, 300 लोगों की क्षमता वाले प्रेक्षागृह, 50 लोगों की क्षमता वाले ओरिएंटेशन हॉल के अलावा कैफेटेरिया, गैलरी, सर्विस ब्लॉक इत्यादि का निर्माण कराया गया है।

यह बिहार का दूसरा तारामंडल है लेकिन कई मायनों में अनूठा, अत्याधुनिक और देश के बेहतरीन तारामंडलों में से एक है।

(Gift of Planetarium) इस अवसर पर मुख्यमंत्री  कुमार ने कहा, “हमें विश्वास है तारामंडल दरभंगा आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र बनेगा। केवल दरभंगा और मधुबनी जिला ही नहीं, पूरे मिथिला के छात्र यहां आकर सौरमंडल और विज्ञान से जुड़ी नई-नई जानकारियां हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक तारामंडल सह विज्ञान केंद्र के निर्माण से आसपास के क्षेत्र में पर्यटन के साथ-साथ व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ेगी और रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे। इसके परिसर में निर्मित कैफेटेरिया में लजीज व्यंजनों का आनंद उठा सकेंगे।”

जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला के केंद्र दरभंगा में यह अत्याधुनिक एवं नायाब सौगात देने के लिए वह मुख्यमंत्री के प्रति संपूर्ण मिथिलावासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हैं।

मुख्यमंत्री ने समाधान यात्रा के दौरान दरभंगा के कादिराबाद में अवस्थित फ्लोटिंग सोलर प्लांट का भी निरीक्षण किया।

(Gift of Planetarium) गौरतलब है कि कादिराबाद स्थित सूबे का पहला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट उत्पादित बिजली नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को सप्लाई करता है। फिलहाल 1.6 मेगावाट वाले इस प्लांट की क्षमता का जल्दी विस्तार कर दो मेगावाट करने की योजना है। इस पावर प्लांट का निर्माण करीब 10 करोड़ की राशि से किया गया है।

(Gift of Planetarium) चार एकड़ क्षेत्रफल के तालाब में स्थापित फ्लोटिंग सोलर प्लांट में कुल 3472 सोलर पैनल लगाए गए हैं। ब्रेडा कंपनी के तहत आवाडा एजेंसी द्वारा इस प्रोजेक्ट को पिछले वर्ष पूरा किया गया था। आवाडा के सीनियर मैनेजर चंदन शर्मा ने बताया कि सुबे में इसी तरह का दूसरा प्लांट सुपौल जिले में बना है वहां मात्र 525 किलो वाट बिजली उत्पादन की क्षमता है।

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