Gastroenteritis गैस्ट्रोएंटाराइटिस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये 5 घरेलू नुस्खे

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Gastroenteritis गैस्ट्रोएंटाराइटिस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये 5 घरेलू नुस्खे

Gastroenteritis यदि आप पेट में ऐंठन, उल्टी और दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको गैस्ट्रोएंटेराइटिस हुआ है। इसे आमतौर पर पेट के फ्लू के रूप में जाना जाता है। अध्ययनों के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर कई लाख लोग इससे पीडि़त हैं। आइए आज हम आपको इससे राहत दिलाने वाले पांच घरेलू नुस्खे बताते हैं, लेकिन गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण एक सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।

Gastroenteritis सेब का सिरका है प्रभावी

सेब के सिरके में ई कोलाई जैसे रोगाणुओं के खिलाफ शक्तिशाली एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं और ये बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के प्रभाव को कम करने में सक्षम हो सकते हैं। लाभ के लिए एक कप गुनगुने पानी में एक बड़ी चम्मच कच्चा सेब का सिरका मिलाएं और फिर इस मिश्रण का सेवन करें। आप इस एक कप मिश्रण को दिनभर में घुंट-घुंट करके तब तक पीएं जब तक कि आप अपने लक्षणों में सुधार न देखें।

Gastroenteritis शहद का करें इस्तेमाल

शहद के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी गैस्ट्रोएंटेराइटिस को धीरे-धीरे दूर करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक कप पानी में एक से दो चम्मच कच्चा शहद मिलाएं और फिर इस घोल का सेवन करें। आप अपने बच्चे को दिए जा रहे ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ह्रक्रस्) में भी शहद मिलाकर दे सकते हैं। हालांकि, अगर आपका बच्चा 1 वर्ष से कम उम्र का है तो उसे किसी भी तरह से शहद देने से बचें।

Gastroenteritis अदरक का सेवन दिलाएगा राहत

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो गैस्ट्रोएंटेराइटिस से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक कप पानी में एक इंच कटा हुई अदरक डालें और फिर इसे एक सॉस पैन में उबालें। अब इस मिश्रण को छानकर एक कप में डालें और इसका सेवन करें। आप दिन में दो बार इस पेय का सेवन कर सकते हैं।

हल्दी भी कर सकती है मदद

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण गैस्ट्रोएंटेराइटिस और इसके कारण होने वाली सूजन का तेजी से उपचार करने में सहायक हो सकते हैं। लाभ के लिए एक गिलास गरम दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं और फिर इस मिश्रण को सेवन कर लें। जब तक यह समस्या दूर न हो तब तक इस मिश्रण का रोजाना दिन में एक बार सेवन जरूर करें।

कैमोमाइल टी पीएं

कैमोमाइल टी एंटी-पैरासिटिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-डायरियल गुणों से युक्त होती है। ये सभी गुण संयुक्त रूप से गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचाव में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक कप पानी में एक चम्मच सूखे कैमोमाइल के फूल को डालकर उबाल लें। लगभग 10 मिनट उबलने के बाद इसे छानकर पी लें। स्वाद के लिए इसमें शहद भी डाल सकते हैं। दिन में दो से तीन बार इस चाय को पीना लाभदायक है।

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