Dantewada 17 January : 4 साल से नियमितिकरण का वादा भूली सरकार, संविदा कर्मी आंदोलन की राह में

Dantewada 17 January : 4 साल से नियमितिकरण का वादा भूली सरकार, संविदा कर्मी आंदोलन की राह में

Dantewada 17 January : 4 साल से नियमितिकरण का वादा भूली सरकार, संविदा कर्मी आंदोलन की राह में

कोल्हू का बैल बनकर किया प्रदर्शन

Dantewada 17 January : जिला दंतेवाड़ा 17 जनवरी _ जिले में शासकीय विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी 16 जनवरी को कांग्रेस के 2018 में चुनावी जन घोषणापत्र में किए गए वादे नियमितिकरण की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सामूहिक हड़ताल की शुरुआत कर दी है। 5 दिवसीय हड़ताल के प्रथम दिवस कर्मचारी कोल्हू का बैल बनकर या चित्र के माध्यम से प्रदर्शन किया।

Rajnandgaon : खेलकूद से बच्चों में छिपी प्रतिभा सामने आती है : कुलबीर

Dantewada 17 January : महासंघ के जिला संयोजक श्वेता सोनी ने बताता कि वर्तमान कांग्रेस सरकार बनने के चार साल बाद भी 2018 के चुनावी जन घोषणापत्र में किए नियमितिकरण के वादे और हमारी मांगे पूरी नही की है, जबकि मात्र 1 वर्ष का कम समय सरकार के पास शेष है।

https://www.jandhara24.com/news/137923/executive-meeting-pms-meeting
महासंघ के जिला कार्यकारी अध्यक्ष भूपेंद्र साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी स्वयं 14 फरवरी 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच में आकर बोले थे इस साल किसान का किए है अगले साल अनियमित कर्मचारियों की मांग पूरा करेंगे लेकिन वो साल अभी तक नही आया है और तो और संविदा कर्मचारियों के मानदेय में भी 4 साल से वृद्धि नही हुवा है इस है कारण प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।

महासचिव मनीष कुमार साहू ने कहा कि दीगर राज्यों में संविदा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिए जा रहे हैं। 26 जनवरी को संविदा कर्मचारियों के बारे में यदि सरकार उचित निर्णय नही लेती है तो 30 जनवरी से 54 विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में जायेंगे।

महासंघ के प्रांतिय प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि नियमितिकरण की मांग को लेकर 28 जिले के 40 हजार से अधिक संविदा कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए है।

• कोलहू का बैल का चित्रण एवं प्रदर्शनी
संविदा कर्मचारियों की वर्तमान परिस्थितियों को दर्शाने के लिए कोल्हू का बैल बनकर प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि न तो 62 वर्ष की नौकरी की सुरक्षा, न ही सही ढंग से वेतन, न ही अनुकम्पा नियुक्त, और न ही अन्य शासकीय सेवकों की भांति अन्य कर्मचारी सुविधाऐं प्राप्त हो रही है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU